ग्रेटर नोएडा बन रहा ड्रग्स कारोबार का हब, 15 दिन में 450 करोड़ का मादक पदार्थ जब्त, विदेशी नागरिक हैं लिप्त
यूपी में ग्रेटर नोएडा ड्रग्स गतिविधि का सबसे बड़ा केंद्र बनता जा रहा है. विदेशी नागरिक यहां रहकर ड्रग्स के अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे हैं और विदेशों तक में इसकी सप्लाई की जा रही है. बीते 15 दिन में 450 करोड़ की ड्रग्स बरामद करते हुए 13 नाइजीरिया मूल के नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है.
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने बड़ी ड्रग्स फैक्टरी का खुलासा किया है. पुलिस ने बीटा-दो थाना क्षेत्र की जज सोसाइटी पुलिस चौकी से 150 मीटर दूर मित्रा सोसाइटी के मकान में चल रही ड्रग्स फैक्टरी से 30 किलो 900 ग्राम मैथाफीटामाइन (एमडीएमए) बरामद किया है.
नोएडा की पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 150 करोड़ रुपए बताई जा रही है. ग्रेटर नोएडा में 15 दिन के अंदर ड्रग्स बनाने की दूसरी फैक्टरी पकड़ी गई है. इस दौरान कुल 450 करोड़ की ड्रग्स बरामद करने के साथ विदेशी नागरिकों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
तीन विदेशी नागरिक गिरफ्तार
पुलिस ने मौके से तीन नाइजीरियाई आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने यह कार्रवाई थीटा-दो सेक्टर से विगत 16 मई को गिरफ्तार किए गए नाइजीरियाई चिडी इजीअग्वा से रिमांड पर पूछताछ और निशानदेही के आधार पर की है. दरअसल बीते दिनों स्वाट टीम ने थीटा-दो सेक्टर स्थित डिपो मेट्रो स्टेशन के पास तीन मंजिला मकान में चल रही फैक्टरी का खुलासा कर 300 करोड़ की ड्रग्स बरामद की थी.
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पहले गिरफ्तार विदेशी नागरिक से पूछताछ में हुआ खुलासा
पुलिस ने तब मौके से दस नाइजीरियाई आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इनमें से पहले चार आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ में खुलासा हुआ कि जेल भेजे गए चिडी के इशारे पर आरोपी फैक्टरी का संचालन कर रहे थे. इसके बाद पुलिस ने चिडी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने अहम खुलासा किया.
मित्रा सोसाइटी में फैक्टरी के संचालन की दी जानकारी
आरोपी ने ओमेगा स्थित मित्रा सोसाइटी में उसके अन्य साथियों के ड्रग्स फैक्टरी संचालन की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस ने दबिश देकर तीन नाइजीरियाई नागरिकों को गिरफ्तार कर लिया. मौके से तैयार मैथाफीटामाइन (एमडीएमए) ड्रग्स और कच्चा माल बरामद किया गया.
रेव पार्टियों के साथ विदेशों में सप्लाई
बताया जा रहा है कि यहां बन रही ड्रग्स दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग क्षेत्रों में आयोजित रेव पार्टियों के अलावा विदेशों में सप्लाई की जाती थी. ये बात भी सामने आई है कि विदेशी नागरिकों की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर पुलिस ने पहले भी शिकायत की जा चुकी है.
लंबे समय से मकान में चल रही थी अवैध गतिविधियां
नाइजीरियाई आरोपी कई साल से मकान में रहकर संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त थे. पड़ोस में रहने वाले लोगों के मुताबिक आरोपियों की गतिविधियां संदिग्ध थीं. वह शाम होने के बाद ही मकान में आते थे. इस संबंध में मकान मालिक को जानकारी देकर दूसरे किरायेदार रखने के लिए कहा गया था.
वहीं पुलिस जानकारी के आधार पर अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है. इनमें कच्चा माल मुहैया कराने वाले मुख्य आरोपी वसंत कुंज में रहने वाले नाइजीरियाई माइकल और उसके अन्य साथी हैं.