DU Admission: डीयू का यूजी, पीजी और पीएचडी एडमिशन पोर्टल लॉन्च,शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए एडमिशन पॉलिसी जारी
DU Admission 2023: डीयू शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए अपनी एडमिशन पॉलिसी लॉन्च कर दी है. एडमिशन पोर्टल की लॉन्चिंग के साथ ही विश्वविद्यालय में स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी (यूजी,पीजी, पीएचडी) दाखिले का बिगुल बज गया.
DU UG PG and PhD admission portal launched: दिल्ली विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 के लिए अपनी एडमिशन पॉलिसी लॉन्च कर दी है.बुधवार, 14 जून को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह द्वारा एडमिशन पोर्टल की लॉन्चिंग के साथ ही विश्वविद्यालय में स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी (यूजी,पीजी, पीएचडी) दाखिले का बिगुल बज गया. स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) के स्नातक के दाखिलों, एनसीडबल्यूईबी और कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) 2023 का पोर्टल भी लॉन्च किया. इस वर्ष से डीयू में बी.टेक. के तीन नए प्रोग्राम शुरू किए जा रहे हैं जिनमें दाखिला लेने वाले 360 विद्यार्थियों से प्रत्येक को लैपटॉप की खरीद पर विश्वविद्यालय की ओर से 50 हजार रुपए तक की प्रतिपूर्ति की जाएगी.
आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को मिलेगी सहायता
बी.टेक प्रोग्रामों में प्रवेश पाने वाले आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए इक्विटी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच के लाभों का विस्तार करने हेतु विश्वविद्यालय वित्तीय सहायता योजना (एफएसएस) भी पेश करेगा.जिन उम्मीदवारों के माता-पिता की आय चार लाख रुपये या उससे कम है, उन्हें प्रवेश के समय फीस की 90 प्रतिशत छूट दी जाएगी.जिन उम्मीदवारों के माता-पिता की आय चार लाख रुपए से अधिक और आठ लाख रुपए से कम है, उन्हें प्रवेश के समय फीस में 50 प्रतिशत छूट प्राप्त होगी.प्रत्येक बी.टेक प्रोग्राम में एक-एक सीट सिंगल गर्ल चाइल्ड को सुपरन्यूमरेरी सीट के रूप में पेश की जाएगी. विश्वविद्यालय ने इस वर्ष अनाथ विद्यार्थियों के लिए भी एक सुपरन्यूमरेरी कोटा शामिल किया है.
कुछ इस तरह होगा स्नातक (यूजी) प्रोग्रामों में प्रवेश
कुलपति ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय अपने 68 कॉलेजों के माध्यम से 78 स्नातक और 198 बी.ए. प्रोग्रामों का संयोजन पेश करता है. इनके लिए विश्वविद्यालय के कॉलेजों में करीब 71,000 सीटों की पेशकश की गई है. दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा लगभग 1550 अनूठे प्रोग्राम + कॉलेज संयोजन पेश किए जाते हैं. इन सभी प्रोग्रामों और कॉलेजों में प्रवेश कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट {सीयूईटी (यूजी)- 2023} से प्राप्त मेरिट स्कोर के आधार पर होता है. विश्वविद्यालय ने 13 फरवरी, 2023 को अंग्रेजी और हिंदी में अपने सूचना बुलेटिन के माध्यम से विभिन्न प्रोग्रामों के लिए पात्रता मानदंड और विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों के सभी प्रोग्रामों की विस्तृत सीट मैट्रिक्स डॉक्यूमेंट की घोषणा की थी.
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया दो चरणों में, शुल्क
सीएसएएस (यूजी) पंजीकरण को दो चरणों में बांटा गया है. 14 जून, 2023 से शुरू किया गया पहला चरण, एक सरल पंजीकरण प्रक्रिया है, जिसमें एक कॉलेज में प्रवेश पाने के इच्छुक उम्मीदवारों को अपना व्यक्तिगत विवरण और बारहवीं कक्षा में प्राप्त शैक्षणिक अंक भरने होंगे. सीयूईटी (यूजी)-2023 सीएसएएस (यूजी)-2023 में आवेदन करने के लिए एप्लिकेशन नंबर अनिवार्य होगा. उम्मीदवार का नाम, हस्ताक्षर और फोटो सीयूईटी (यूजी)-2023 पोर्टल से स्वत: एकीकृत हो जाएगा. इनमें कोई बदलाव नहीं किया जा सकेगा. यहां पर उम्मीदवार की एक सक्रिय ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर दर्ज करने का प्रावधान भी होगा. सभी प्रोसेस पूरा होने के बाद पंजीकरण शुल्क यूआर, ओबीसी-एनसीएल और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के लिए 250 रुपये है, जबकि एससी / एसटी / और पीडब्ल्यूबीडी उम्मीदवारों के लिए यह 100 रुपये है. इस तरह से सीएसएएस (यूजी) का पहला चरण पूरा हो जाएगा. सीएसएएस (यूजी) प्रक्रिया का दूसरा चरण सीयूईटी (यूजी) के परिणामों की घोषणा के साथ शुरू होगा. दूसरे चरण में भाग लेने के लिए, उम्मीदवारों को अपने सीएसएएस डैशबोर्ड में लॉग इन करना होगा और वरीयता-भर कर इसे पूरा करना होगा.
पंजीकरण में विफल रहने वालों के लिए मिड-एंट्री का प्रावधान
विश्वविद्यालय ने निर्धारित पंजीकरण अवधि के भीतर खुद को पंजीकृत करने में विफल रहने वाले उम्मीदवारों को समायोजित करने के लिए मिड-एंट्री का प्रावधान भी किया है. विश्वविद्यालय सीएसएएस (यूजी)-2023 के लिए आवेदन करने में विफल रहने वाले और सीएसएएस (यूजी)-2023 में भाग लेने के इच्छुक उम्मीदवारों को अवसर देने के लिए एक मिड-एंट्री चरण खोलेगा. ऐसे उम्मीदवार 1000 रुपये (गैर-वापसी योग्य) के मिड-एंट्री प्रवेश शुल्क का भुगतान करके बीच में प्रवेश कर सकते हैं. हालांकि, प्रारंभिक आवेदन चरण के दौरान सीएसएएस (यूजी) -2023 में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को आवंटित सीटों पर दावा करने का कोई अधिकार मिड-एंट्री प्रवेशार्थियों के पास नहीं होगा.
ईसीए और खेलों के लिए सुपरन्यूमरेरी कोटा
दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने स्पोर्ट्स सुपरन्यूमेरी कोटा के तहत 26 खेलों/स्पोर्ट्स और एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज सुपरन्यूमैरेरी कोटा के तहत 14 श्रेणियों (एनएसएस और एनसीसी सहित) की पहचान की है. यह निर्णय लिया गया है कि कॉलेज की कुल स्वीकृत संख्या का 5% ईसीए और स्पोर्ट्स सुपरन्यूमैरेरी कोटा के लिए आवंटित किया जाएगा. कॉलेज ईसीए और खेल के लिए 1% से 4% के बीच आवंटित कर सकते हैं, जो कॉलेज के अधिकतम 5% इनटेक के अधीन है. इसके अलावा, किसी एक प्रोग्राम में कुल निर्धारित सीटों में से 20% से अधिक सीटें कोटा के लिए आवंटित नहीं की जाएंगी. स्पोर्ट्स सुपरन्यूमरेरी कोटा के आधार पर प्रवेश पाने के इच्छुक उम्मीदवार अधिकतम तीन खेलों/स्पोर्ट्स के लिए आवेदन कर सकते हैं.
कॉलेज ऑफ आर्ट में भी होगा सीएसएएस से प्रवेश
कॉलेज ऑफ आर्ट में बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) में भी शैक्षणिक वर्ष 2023-24 से प्रवेश विश्वविद्यालय के सीएसएएस प्लेटफॉर्म के माध्यम से दिया जाएगा. इस प्रोग्राम के लिए पात्रता में सीयूईटी में प्राप्त अंक और कॉलेज ऑफ आर्ट द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रेक्टिकल-आधारित परीक्षा शामिल है. कॉलेज छह विशेषज्ञताओं के साथ एप्लाइड आर्ट, आर्ट हिस्ट्री, पेंटिंग, प्रिंट मेकिंग, स्कल्प्चर और विजुअल कम्युनिकेशन में बीएफए प्रदान करता है. कोई उम्मीदवार इनमें से किसी एक विशेषज्ञता का विकल्प चुन सकता है. बीएफए में आवेदन करने के लिए 400 रुपये (नॉन-रिफंडेबल) का एक अतिरिक्त पंजीकरण शुल्क लिया जाएगा.
स्नातकोत्तर (पीजी) प्रोग्रामों में दाखिले
दिल्ली विश्वविद्यालय अपने 58 विभागों/केंद्रों में 77 स्नातकोत्तर प्रोग्रामों में प्रवेश प्रदान करता है. यह निर्णय लिया गया है कि 13500 सीटों (एनसीडबल्यूईबी सहित) के स्वीकृत इनटेक के साथ, सभी स्नातकोत्तर प्रोग्रामों में प्रवेश एनटीए द्वारा आयोजित स्नातकोत्तर (पीजी) प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से प्राप्त अंकों के आधार पर होता है. इस वर्ष, मेडिकल साइंस फैकल्टी के रेस्पिरेटरी थेरेपी के मास्टर्स में प्रवेश को भी उन प्रोग्रामों के पूल में जोड़ा गया है, जिनमें प्रवेश सीयूईटी (पीजी) मेरिट स्कोर के माध्यम से किया जाएगा.
पीएचडी प्रोग्रामों में प्रवेश में भी सीयूईटी का प्रावधान
दिल्ली विश्वविद्यालय में विभिन्न विभागों और केंद्रों के बीच 51 प्रोग्रामों में पीएचडी. की पेशकश की जाती है. विश्वविद्यालय के प्रोग्रामों में पीएचडी में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को या तो यूजीसी-नेट/ सीएसआईआर-नेट/ समकक्ष परीक्षा जैसी राष्ट्रीय-आधारित परीक्षाओं या सीयूईटी (पीएचडी) में उपस्थित होना होगा. हालांकि सभी उम्मीदवारों के लिए साक्षात्कार अनिवार्य है.
बी.टेक. में प्रवेश
शैक्षणिक सत्र 2023-24 से दिल्ली विश्वविद्यालय ने कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में तीन बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (बी.टेक.) प्रोग्राम शुरू किए हैं.उ म्मीदवारों को तीन प्रोग्रामों के लिए अपनी प्राथमिकताएं जमा करनी होंगी. आवंटन मेरिट स्कोर और उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत वरीयताओं के आधार पर होगा. विश्वविद्यालय द्वारा जून के अंतिम सप्ताह में अपना पंजीकरण पोर्टल खोलने की संभावना है.
एसओएल और एनसीवेब में प्रवेश
स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और गैर कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड (एनसीडब्ल्यूईबी) के स्नातक प्रोग्रामों में प्रवेश के लिए सीयूईटी की बाध्यता नहीं है. इन संस्थानों में प्रवेश बारहवीं कक्षा में प्राप्त अंकों की योग्यता के आधार पर होता है. स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग के 8 स्नातक प्रोग्रामों और 112 बीए प्रोग्राम संयोजनों के लिए प्रवेश पोर्टल की लॉन्चिंग भी कुलपति ने बुधवार को की.
एडमिशन सपोर्ट सिस्टम भी करेगा भावी विद्यार्थियों की सहायता
भावी विद्यार्थियों की मदद के लिए विश्वविद्यालय ने एक एडमिशन सपोर्ट सिस्टम भी स्थापित किया है. चैट बोट्स और ईमेल के माध्यम से ऑनलाइन सपोर्ट प्रदान की जा रही है. स्नातक प्रवेश से संबंधित जानकारी के लिए उम्मीदवार ug@admission.du.ac.in पर, स्नातकोत्तर प्रवेश से संबंधित जानकारी के लिए pg@admision.du.ac.in पर और पीएचडी प्रवेश से संबंधित जानकारी के लिए ईमेल phd@admision.du.ac.in पर लिख सकते हैं.