दुआरे सरकार का सातवां संस्करण शुरू, पहले दिन ही पांच लाख से अधिक आवेदन
मुर्शिदाबाद में 606 शिविरों में 70,763 लोग, नदिया में 615 शिविरों में 48556 लोग सेवाएं लेने पहुंचे. वहीं, उत्तर 24 परगना में 1,178 शिविरों में 39215 लोग शामिल हुए. पूर्व मेदिनीपुर में आयोजित शिविर में 26,000 से अधिक और पश्चिम मेदिनीपुर में 23,000 से अधिक लोग पहुंचे.
कोलकाता,अमर शक्ति : पश्चिम बंगाल में दुआरे सरकार का सातवां संस्करण शुरू हो गया है. राज्य सरकार के इस महत्वाकांक्षी योजना की लोकप्रियता में कमी नहीं आयी है, इसका उदाहरण पहले दिन ही देखने को मिला. पहले दिन प्रदेश के 22 जिलों में 8930 शिविर लगाये गये थे और इन शिविरों में पांच लाख से ज्यादा लोगों ने सरकारी सेवाओं के लिए आवेदन किया है. सबसे ज्यादा प्रतिक्रिया दक्षिण 24 परगना में मिली है.
पहले दिन ही पांच लाख से अधिक आवेदन
विभिन्न जिलों से शुक्रवार शाम तक राज्य सचिवालय को दी गयी जानकारी से पता चलता है कि पूरे राज्य में पहले दिन 8930 शिविर लगाये गये. शिविर में 5 लाख 17 हजार 970 लोगों ने विभिन्न सेवाओं के लिए आवेदन जमा किये हैं. इनमें से 1,161 शिविर दक्षिण 24 परगना में लगाये गये थे. उक्त शिविर में लाभ पाने के लिए 86 हजार 752 लोगों ने पंजीयन कराया है. मुर्शिदाबाद में 606 शिविरों में 70,763 लोग, नदिया में 615 शिविरों में 48556 लोग सेवाएं लेने पहुंचे. वहीं, उत्तर 24 परगना में 1,178 शिविरों में 39215 लोग शामिल हुए. पूर्व मेदिनीपुर में आयोजित शिविर में 26,000 से अधिक और पश्चिम मेदिनीपुर में 23,000 से अधिक लोग पहुंचे.
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दुआरे सरकार : कतार में खडे़ होने को लेकर धक्का-मुक्की
पश्चिम मेदिनीपुर जिला के नारायणगढ और केशियारी इलाके में आयोजित दुआरे सरकार शिविर में लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. लेकिन नारायणगढ़ ब्लॉक के बेलदा थाना के सुशिंदा इलाके में आयोजित दुआरे सरकार शिविर में कतार में खडे़ होने को लेकर धक्का-मुक्की शुरू हो गयी. हालांकि वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्थिति को काबू में किया. कतार में खड़े एक गुट के व्यक्ति ने बताया कि वह पहले से कतार में खडे़ थे, तभी अचानक दूसरे गुट के लोग आये और उसके आगे खड़े हो गये. वहीं, दूसरे गुट के लोगों का कहना है कि वे कतार में खडे़ होने के लिए आये थे, तभी उन्हें देखकर कटाक्ष किया गया था.
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दुआरे सरकार के तहत कई जगहों पर शिविर का आयोजन
दुआरे सरकार के तहत रानीगंज में पांच शिविर लगाये गये. रानीगंज गर्ल्स कॉलेज में लगाये गये शिविर में उपस्थित बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा ने कहा कि पूरे रानीगंज में शिविर काफी सफलतापूर्वक चल रहा है. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि इस योजना का लाभ सभी को मिले. इस मौके पर उपस्थित पार्षद ज्योति सिंह ने कहा कि इस शिविर में कन्याश्री, रूपश्री, लक्ष्मी भंडार, युवाश्री, शिक्षाश्री, जय बांग्ला, लोक प्रसार आदि योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है. उनके साथ महिला नेत्री इंद्राणी रॉय बनर्जी भी उपस्थित थीं. वहीं छात्र नेत्री झीलक चटर्जी ने कहा कि इस बार के शिविर में 700 से अधिक फॉर्म जमा हुए हैं. कॉलेज की छात्राओं ने भी इस शिविर में काफी सहयोग किया. शिविर में सबसे अधिक स्वास्थ्य साथी एवं लक्ष्मी भंडार के फॉर्म जमा किये गये.
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दुआरे सरकार योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
• आधार कार्ड
• राशन पत्रिका
• निवास प्रमाण पत्र
• बैंक खाता विवरण
• जाति प्रमाण पत्र
• आयु प्रमाण
• मोबाइल नंबर
• पासपोर्ट के आकार की तस्वीर
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दुआरे सरकार शिविर से अब तक महत्वपूर्ण योजनाओं में लोगों ने कराया पंजीकरण
• स्वास्थ्य साथी 1.26 करोड़
• लक्ष्मी भंडार 1.38 करोड़
● जाति प्रमाण पत्र 37 लाख
• कृषक बंधु 26 लाख
• मनरेगा जॉब कार्ड 16 लाख
● मानचिक 62.01 हजार
● पेंशन 1.20 लाख
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क्या है पाड़ाय समाधान योजना
पश्चिम बंगाल सरकार ने आधारभूत सुविधाओं से संबंधी शिकायतों व समस्याओं के समाधान के लिए पाड़ाय समाधान शिविर लगाती है. अगर किसी क्षेत्र में पानी, बिजली, सड़क की समस्या है तो इसका निबटारा पाड़ाय समाधान के माध्यम से किया जायेगा, आस-पड़ोस तक पहुंचने के विशिष्ट अभियान वाला यह कार्यक्रम बड़े बुनियादी ढांचा सबंधी समस्याओं का नहीं बल्कि निगम, स्थानीय या सेवा संबंधी दिक्कतों का समाधान करता है.
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