गोरखपुर : दो दिनों से हो रही बारिश के बाद गोरखपुर में जलनिकासी व्यवस्था चरमरा गई है. कई मोहल्लों में पानी घुस गया है. लोगों के लिए घर से कहीं आने या जाने का मतलब है ‘तालाब’ पार करना. जिला अस्पताल में पानी भर गया है.इससे मरीजों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है. चिकित्सा सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं. सबसे अधिक परेशानी मरीज और उनके तीमारदारों को हैं. जिला अस्पताल की ओपीडी में दूर-दराज से मरीज अपना इलाज कराने आते हैं. उनको ओपीडी तक पानी में घुसकर जाना पड़ रहा है .वहीं, राप्ती, रोहिन, घाघरा और आमी नदी का जलस्तर बढ़ रहा है.
दो दिनों की झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है लेकिन उनकी दुश्वारियां भी बढ़ गईं हैं. बुधवार को देर रात से हुई बरसात से गोरखपुर के कई मोहल्ला में बरसात का पानी भर जाने की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. यह वह मोहल्ले हैं जहां हर बरसात में ऐसे ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. लोग यह बात खुलकर कह रहे हैं. उनकी बातों से ऐसा लग रहा था मानों नगर निगम से उनको कोई खास उम्मीद नहीं है. दो दिनों से लगातार हुई बरसात की वजह से कई स्कूलों में आज रेनी डे कर लिया गया. गोरखपुर में नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है. गोरखपुर में घाघरा, रोहिन, राप्ती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.
गोरखनाथ, रसूलपुर, चकसा हुसैन , आजाद नगर रूस्तमपुर, तारामंडल, देवरिया बाईपास रोड के मोहल्ले में बरसात का पानी लग जाने से लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतें हो रही हैं. गोरखपुर के वार्ड नंबर 74 संत झूलेलाल नगर में बरसात का पानी घरों में घुस गया है. कई लोग दूसरों के घरों पर पनाह लेने के लिए मजबूर हैं. संत झूलेलाल नगर उर्फ चकसा हुसैन स्थित घरों में 3 से 4 फीट पानी घुस गया है. लोगों का काफी सामान पानी में डूबने की वजह से खराब हो गया है. स्थानीय लोगों की माने तो वार्ड में जल निकासी की सही व्यवस्था ना होने की हर बरसात में दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं. लोगों की यह भी शिकायतें हैं कि नगर आयुक्त और मेयर को यहां की समस्या लिखित में दी हैं लेकिन समाधान नहीं हुआ है.
Also Read: Exclusive : 330.19 करोड़ में मंजूर हुई एशिया की सबसे बड़ी नहर परियोजना पर 3420.24 खर्च, फिर भी घट गई पैदावार
गोरखनाथ मंदिर के पीछे रसूलपुर में भी बरसात का पानी जलजमाव में तब्दील हो गया है. आवागमन के लिए लोगों को काफी परेशानी हो रही है.दिग्विजय नाथ नगर के पार्षद ऋषि मोहन वर्मा का कहना है कि पीडब्ल्यूडी ने गोरखनाथ मंदिर के पास वाले मोहल्ले के नामों को मुख्य नालों से नहीं अटैच किया है इस कारण 50,000 से अधिक आबादी प्रभावित हो रही है. होली के पार्षद राजेश कुमार ने कहा के नगर निगम ने नाले की सफाई ठीक से नहीं कराई है. इस कारण दिक्कत आ रही है. वह नगर आयुक्त ने जिस मोहल्ले में पानी लगा है वहां पंपिंग सेट लगाकर पानी निकालने का निर्देश दिया है. गोरखपुर जिला अधिकारी ने संबंधित सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि राजस्व पुलिस और सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम तटबंधों का निरीक्षण करें ताकि किसी भी आपदा से निपटा जा सके.