डुमरी उपचुनाव: बेबी देवी व यशोदा देवी समेत छह प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद, 64.84 फीसदी वोटिंग
डुमरी विधानसभा उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. मंत्री बेबी देवी सहित आधा दर्जन प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गयी है. हर बूथ पर आधी आबादी की लंबी कतार दिखी. सभी 373 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा चाक-चौबंद थी.
गिरिडीह: डुमरी उपचुनाव को लेकर ‘इंडिया’ गठबंधन की झामुमो प्रत्याशी बेबी देवी, एनडीए की आजसू प्रत्याशी यशोदा देवी समेत छह उम्मीदवारों का भाग्य बैलेट बॉक्स में बंद हो गया. वोटिंग को लेकर मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह दिखा. सुबह से ही लोग वोटिंग के लिए लाइन में लगने लगे थे. निर्धारित समय शाम पांच बजे तक मतदाताओं ने वोटिंग की. ग्रामीण क्षेत्र के भी वोटर इसमें पीछे नहीं रहे. 64.84 फीसदी वोटिंग शांतिपूर्ण संपन्न हो गयी. आठ सितंबर की सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी. उस दिन तय होगा कि नया विधायक कौन होगा?
पहले मतदान, फिर जलपान
डुमरी उपचुनाव में महिलाएं छोटे-छोटे बच्चों को लेकर मतदान करने पहुंची थीं. फर्स्ट वोटरों में काफी उत्साह दिखा. पहले मतदान फिर जलपान पर जोर दिखा. वोटिंग के दौरान बारिश होने पर रंग-बिरंगे छाता के साथ लोग लाइन में लगे रहे. डुमरी के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में भी बंपर वोटिंग हुई. इनामी नक्सली के गांवों में बंपर वोटिंग हुई. चुनाव के दौरान सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था देखी गयी. नक्सल प्रभावित क्षेत्र के अलावा सामान्य बूथों पर भी जवान तैनात थे. अधिकारी भी सुबह से शाम तक बूथों का जायजा लेते रहे.
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64.84 फीसदी वोट पड़े
मंत्री बेबी देवी सहित आधा दर्जन प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गयी है. हर बूथ पर आधी आबादी की लंबी कतार दिखी. सभी 373 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा चाक-चौबंद थी. डुमरी विधानसभा उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. जिला प्रशासन के अनुसार लगभग 64.84 फीसदी वोट पड़े. इसके साथ ही राज्य की उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री बेबी देवी, आजसू की यशोदा देवी सहित आधा दर्जन प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गयी. डुमरी का नया विधायक कौन होगा? यह आठ सितंबर को मतगणना के बाद पता चलेगा.
जगरनाथ महतो के निधन के कारण हुआ उपचुनाव
झारखंड के शिक्षा मंत्री रहे जगरनाथ महतो के निधन के कारण खाली हुई डुमरी सीट के लिए मंगलवार को मतदान हुआ. बारिश के बावजूद मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने निकले. हर बूथ पर आधी आबादी की लंबी-लंबी कतारें नजर आयीं. महिलाएं लाइन में लगकर अपने मताधिकार का प्रयोग कीं. मतदान को लेकर शहरी क्षेत्र से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता उत्साहित नजर आए. सुबह सात बजे डुमरी विधानसभा क्षेत्र के सभी बूथों पर एक साथ मतदान शुरू हुआ. कुछ बूथों पर इवीएम में आयी तकनीकी गड़बड़ी के कारण मतदान कुछ देर के लिए प्रभावित हुई. मतदान के दौरान कहीं से किसी तरह के हिंसक झड़प की सूचना नहीं है. हर जगह शांतिपूर्ण तरीका से लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
खराब मौसम से प्रभावित हुआ मतदान
मतदान के लिए सुबह में मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतार थी. लेकिन, सुबह नौ बजे के आस-पास बारिश शुरू होने के बाद डुमरी एवं बेरमो अनुमंडल क्षेत्र में मतदान केंद्रों से भीड़ छंटने लगी. हालांकि, दोपहर होते-होते मौसम ठीक होने लगा. इसके बाद फिर से मतदान केंद्रों पर भीड़ जुटने लगी थी.
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डुमरी व बेरमो में बना था जिला कंट्रोल रूम
डुमरी उपचुनाव को लेकर गिरिडीह जिला प्रशासन ने डुमरी अनुमंडल कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया था. यहां पर डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, एसपी दीपक शर्मा सहित वरीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी कैंप कर रहे थे. बीच-बीच में कुछ क्षेत्रों का निरीक्षण भी करने निकले. बोकारो जिला प्रशासन की ओर से बेरमो के ढोरी चपड़ी गेस्ट हाउस में नियंत्रण कक्ष बना था. यहां पर डीसी कुलदीप चौधरी, एसपी प्रियदर्शी आलोक सहित कई वरीय अधिकारी कैंप कर रहे थे.
गिरिडीह की बाजार समिति में जमा हुई ईवीएम
मतदान के बाद बेरमो एवं डुमरी अनुमंडल से ईवीएम को लेकर कड़ी सुरक्षा के बीच पीठासीन पदाधिकारी गिरिडीह बाजार समिति पहुंचे. यहां देर रात तक ईवीएम जमा करने का सिलिसला जारी रहा. डुमरी विधानसभा क्षेत्र के सभी 373 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था थी. सभी मतदान केंद्रों पर जिला पुलिस, आइआरबी, एसएसबी के जवान तैनात थे. कुछ बूथों पर होमगार्ड के जवान भी सहायता केलिए तैनात थे. इसके अलावा वरीय पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी पेट्रोलिंग कर रहे थे. एलआरपी भी हो रही थी.
दिन चढ़ने के साथ बढ़ रही थी बूथों पर भीड़
झारखंड के शिक्षा मंत्री रहे जगरनाथ महतो के निधन के बाद खाली डुमरी विधानसभा सीट पर हुआ उपचुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गया. दिन चढ़ने के साथ बूथों पर भीड़ बढ़ती जा रही थी. कुछ बूथों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी रहीं. बीच-बीच में हो रही बारिश का भी मतदान कार्य पर असर पड़ा. दिन के 11:00 तक 27.56% प्रतिशत मतदान हुआ. लगातार चार बार यहां के विधायक रहे जगरनाथ महतो की विरासत संभालने के लिए जेएमएम की तरफ से उनकी पत्नी बेबी देवी चुनाव मैदान में हैं. उनका मुकाबला आजसू पार्टी की प्रत्याशी यशोदा देवी से है. आजसू पार्टी का यहां बीजेपी से गठबंधन है. वोटिंग को लेकर महिलाओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. सुबह सात बजे से ही मतदान केंद्रों में महिलाओं की भीड़ उमड़ने लगी.
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पहले मतदान फिर जलपान
पहले मतदान फिर जलपान के तहत सबों ने विकास के मुद्दे पर मतदान किया. कई महिलाएं अपने छोटे बच्चे को गोद में लेकर मतदान करने के लिए पहुंची थी. मतदाता सुनीता देवी, चांदमुनी देवी, चिंता देवी ने कहा कि इलाके में पानी, सड़क, स्वास्थ्य की समस्या है. पेयजल को लेकर काफी भटकना पड़ता है. नियमित रूप से राशन नहीं मिलता है. ऐसे में क्षेत्र का विकास व समस्या समाधान करने वाले जनप्रतिनिधि को वोट किया है.
लाठी का सहारा ले मतदान केंद्र तक पहुंचे बुजुर्ग
लोकतंत्र के महापर्व में हर कोई अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने को ले आतुर दिखा. बुजुर्ग महिलाएं भी लाठी के सहारे बूथ तक पहुंच मतदान किया. इसी तरह डुमरी, इसरी बाजार स्थित बूथों पर महिला मतदाताओं की अच्छी खासी भीड़ रही. इस उपचुनाव में युवतियों व फर्स्ट वोटर में भी काफी उत्साह दिखा. युवा मतदाता शैक्षणिक विकास के मुद्दे पर मताधिकार किया. इधर सुबह दस बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई. बूंदाबांदी के बीच महिलाएं वोट देने के लिए डटी रहीं.
हर बूथ पर तैनात थी पुलिस
उपचुनाव को लेकर हर बूथ पर सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती थी. डुमरी इलाका के हर बूथ पर जिला पुलिस बल के अलावा आइआरबी, एसएसबी, होमगार्ड जवानों को लगाया गया था. किसी भी बूथ पर मजमा लगाने की इजाजत नहीं दी जा रही थी.
बुलेट पर भारी पड़ा बैलेट
डुमरी विधानसभा उपचुनाव में वोटिंग के दौरान मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिला. सबसे अधिक महिला मतदाताओं में वोटिंग करने को लेकर उत्सुकता देखी जा रही थी. सुबह सात बजे से सभी बूथों पर कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिंग शुरू हो गयी थी. आपको बता दें कि डुमरी विधानसभा क्षेत्र में कई पंचायत नक्सल प्रभावित और अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं. यहां के लोग पहले नक्सलियों के खौफ से वोट डालने के लिए अपने घरों से बाहर तक नहीं निकलते थे, लेकिन अब नक्सलियों के गढ़ में जबरदस्त वोटिंग हो रही है.
नक्सल इलाके में बंपर वोटिंग
नक्सल प्रभावित छछंदो, दलानचलकरी, जोभी, मोहनपुर, बरियारपुर, बरमसिया, अटकी, फतेहपुर, मतियोबेरा, धावाटांड़, आतकी, जरीडीह, भवानंद, चूतरूम बेड़ा, टेसाफुली, अमरा, निमियाघाट, नागाबाद, ससरखो, नुरंगो, चिनीकीरो आदि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जमकर वोटिंग हुई. नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सबसे सेफ जोन पारसनाथ की तराई के अलावा एक करोड़ के इनामी नक्सली गोपाल उर्फ अनल उर्फ पतिराम मांझी के गांव से सटे इलाके में भी जमकर पोलिंग हुई. कुख्यात नक्सली अजय महतो के गांव से सटे डुमरी के इलाके में भी खूब मतदान हुआ.
झरहा से सटे गांव में निकले मतदाता
प्रभात खबर ने उन बूथों का जायजा लिया जो बूथ एक करोड़ के इनामी नक्सली अनल के गांव से सटा हुआ है. अनल के गांव झरहा से सटा हुआ डुमरी का अकबकीटांड़, खुद्दीसार, मंझलाडीह गांव है. इन गांव में सुबह से मतदाता घरों से निकले. यहां एक बात और बता दें कि चार वर्ष पूर्व यहीं के अकबकीटांड़ में पुलिस ने एक साथ 15 नक्सलियों को पकड़ा था.
सुरक्षा को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट, चप्पे-चप्पे पर तैनात थे जवान
डुमरी के इलाके में शांतिपूर्ण मतदान हो इसके लिए जिला पुलिस व सीआरपीएफ के अधिकारी और जवान सुबह से तैनात थे. सुरक्षा बल के जवान डुमरी के हर अतिसंवेदनशील बूथ का जायजा ले रहे थे, जबकि एसपी दीपक कुमार शर्मा झरहा से सटे अकबकीटांड़ बूथ के अलावा कई बूथों पर पहुंचे. अकबकीटांड़, नागाबाद के इलाके में एएसपी अभियान गुलशन तिर्की भी लगातार कैंप किए हुए थे. एएसपी ने यहां मतदाताओं के अलावा पोलिंग पार्टी से बात की. दूसरी तरफ सदर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, डीएसपी मुख्यालय संजय कुमार राणा, डुमरी एसडीपीओ सुमित प्रसाद, सरिया बगोदर एसडीपीओ नौशाद आलम, खोरीमहुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो के अलावा तमाम पुलिस पदाधिकारी सुबह से लगातार बूथों पर तैनात रहे.
डुमरी विधानसभा उपचुनाव
छह उम्मीदवार मैदान में
373 बूथों पर मतदान
2,98,629 मतदाता करेंगे मतदान
1,54,452 हैं पुरुष मतदाता
1,44,174 हैं महिला मतदाता
तीन थर्ड जेंडर
1640 मतदान दल व 52 सेक्टर ऑफिसर मतदान केंद्रों पर तैनात
छह जोनल व सुपर जोनल दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति