झारखंड के एक थानेदार मछली गायब करने के मामले में नपे, जवान भी हुआ सस्पेंड, जानें पूरा मामला

गिरिडीह एसपी अमित रेणु ने डुमरी थाना प्रभारी और एक जवान को सस्पेंड करते हुए विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया है. थाना प्रभारी और जवान पर मछली गायब करने और वाहन छोड़ने के एवज में घूस लेने का आरोप है. ड्राइवर के लिखित शिकायत और वीडियो वायरल होने पर एसपी ने यह कार्रवाई की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2023 4:32 PM

Jharkhand News: गिरिडीह जिला अंतर्गत डुमरी थाना के थानेदार और एक जवान मछली गायब करने और वाहन छाेड़ने के एवज में 10 हजार रुपये बतौर घूस लेने के मामले में नप गये हैं. एसपी अमित रेणु ने डुमरी थाना प्रभारी और जवान को सस्पेंड कर दिया है. एसपी ने यह कार्रवाई वाहन चालक की लिखित शिकायत और वीडियो वायरल होने के बाद की है. इसकी पुष्टि डीएसपी मुख्यालय संजय राणा ने की है.

थाना प्रभारी और जवान के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू

डीएसपी राणा ने बताया कि दो दिन पूर्व डुमरी में मछली गाड़ी पलटने की घटना हुई थी. जिसमें थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगे थे. इससे संबंधित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल भी हुआ था. मामले में थाना प्रभारी एवं वायरल वीडियो में दिख रहे चालक (आरक्षी) को एसपी ने तत्काल सस्पेंड कर लाइन क्लोज किया है और दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी है.

क्या है मामला

मछली लदे वाहन के चालक बिहार के मोतिहारी के हरसिद्ध निवासी जितेंद्र यादव ने एसपी को एक आवेदन दिया था. उसने कहा था कि 26 जनवरी को वाहन (BR 06GE 9308) पर बंगाल से 10 क्विंटल 36 किलो मछली लोड कर मोतिहारी जा रहा था. 27 जनवरी की सुबह कुलगो टोल प्लाजा से पार कर रहा था. इसी दौरान एक ट्रक से बचने के क्रम में पिकअप वाहन पलट गया. जिससे कुछ मछलियां सड़क पर गिर गयीं. इस दौरान लगभग दो क्विंटल मछली मौके पर ग्रामीणों द्वारा लूट ली गयी. कुछ देर बाद डुमरी पुलिस वहां पहुंची और गिरी और बची मछली वाहन पर रखवा कर थाना ले आयी. उसने पुलिस से गुजारिश करते हुए कहा कि बची हुई मछलियां हम दूसरी गाड़ी से ले जाते हैं, लेकिन पुलिस ने उसकी बात नहीं मानी. इसके बाद वाहन में बची मछलियां को थाना परिसर से गायब करवा दिया गया. पूछने पर थाना प्रभारी का कहना था कि ग्रामीणों द्वारा मछलियां लूट ली गयीं.

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गाड़ी छोड़ने के एवज में मांगे थे 10 हजार रुपये

इसके बाद थाना प्रभारी ने गाड़ी छोड़ने के लिए 10 हजार रुपये की मांग की. उन्होंने एक एकाउंट नंबर पर फोन पे से छह हजार रुपये भेजने को कहा. जिसके बाद उन्होंने छह हजार रुपये उस नंबर पर भेज दिया. थाना प्रभारी द्वारा और रुपये की मांग करते हुए कहा गया कि यदि रुपया नहीं दिया, तो वाहन नहीं छोड़ेंगे. इसके बाद चालक और खलासी को गाली-गलौज करते हुए थाना से निकाल दिया गया. जानकारी के अनुसार बीते साल भी गोपाल कुमार महतो को निमियाघाट में एक मामले में निलंबित किये जा चुका है. हाल में ही इन्हें डुमरी थाना प्रभारी बनाया गया था.

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