Durga Puja 2021 : मां दुर्गा की प्रतिमा व कलश यात्रा को लेकर डीसी से मांगी अनुमति, पूजा समिति ने दिया ये भरोसा
केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि मूर्ति का निर्माण पिछले 2 महीना पहले से किया जाता है. जिसका प्रारूप अधिकतर पंडाल में बन चुका है. सरकार की गाइडलाइन जारी करने के पहले मूर्ति का प्रारूप बन चुका है. कृपया इसे यथावत रहने दिया जाए.
Durga Puja 2021, लोहरदगा न्यूज (गोपी कुंवर) : केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष सुमित राय उर्फ डब्लू के नेतृत्व में आज सोमवार को एक प्रतिनिधिमंडल लोहरदगा के डीसी दिलीप कुमार टोप्पो से मिला. इस दौरान झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार द्वारा जारी दुर्गा पूजा गाइडलाइन का पालन करते हुए यह आग्रह किया गया कि दुर्गा प्रतिमा का निर्माण पहले से ही शुरू हो जाता है. ऐसे में उसमें अब बदलाव की गुंजाइश नहीं है. कृपया उसे यथावत रहने दिया जाए. इसके साथ ही कलश यात्रा की अनुमति देने का आग्रह किया गया.
केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के प्रतिनिधिमंडल ने डीसी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि शारदीय नवरात्र का कार्यक्रम 7 अक्टूबर से प्रारंभ हो रहा है. दुर्गा पूजा हिंदू समाज का मुख्य पर्व है. कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए हम इस पर्व को मनाएंगे. केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति द्वारा कलश यात्रा निकालने की परंपरा है. कलश यात्रा यहां की आस्था से जुड़ी हुई है. यात्रा पावरगंज देवी मंडप से प्रारंभ होकर ठाकुरबाड़ी मंदिर गुदरी बाजार में समाप्त होती है. कलश यात्रा में कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क का प्रयोग किया जाएगा.
केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि मूर्ति का निर्माण पिछले 2 महीना पहले से किया जाता है. जिसका प्रारूप अधिकतर पंडाल में बन चुका है. सरकार की गाइडलाइन जारी करने के पहले मूर्ति का प्रारूप बन चुका है. कृपया इसे यथावत रहने दिया जाए. ठाकुरबाड़ी मंदिर में रामचरितमानस पाठ का आयोजन किया जाता है. यह 10 दिनों का पाठ होता है. पूरे लोहरदगा शहर के पंडाल के माध्यम से इसे प्रसारित किया जाता है इसे यथावत रहने दिया जाए. सभी पूजा पंडालों के द्वारा सज्जा, लाइट एवं गेट बनाया जाता है.
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पंडालों के पास 50 से अधिक संख्या की भीड़ नहीं लगाई जाएगी. भंडारा एवं प्रसाद वितरण कार्यक्रम में एक बार में 20 लोगों से अधिक की संख्या नहीं रहेगी. पंडालों के बीच में रिक्त स्थान पर पंडाल के द्वारा लाइट लगाई जाने की अनुमति दी जाए ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे. झारखंड सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए मेला नहीं लगाया जाएगा, किंतु हिंदू संस्कृति के अनुसार रावण का छोटा प्रारूप बनाकर परंपरा निर्वहन करने की अनुमति दी जाए. अष्टमी, नवमी एवं विजयदशमी के दिन प्रशासन के द्वारा कुछ स्थानों पर एंबुलेंस एवं मेडिकल टीम की व्यवस्था कराई जाए. प्रतिनिधिमंडल में ओम प्रकाश सिंह, अध्यक्ष सुमित कुमार राय उर्फ डब्लू, अभिषेक किसलय, नीरज साहू, सजल कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra