दुर्गा पूजा : कोलकाता के मूर्तिकारों के चेहरे खिले, दो साल बाद विदेशों से मिल रहे हैं अच्छे ऑर्डर
Durga Puja 2022: मूर्तिकार मिंटू पाल ने बताया कि वर्ष 2018 और वर्ष 2019 में कुम्हारटोली से करीब 100 मूर्तियां दूसरे देशों में भेजी गयीं थीं. उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि विदेश भेजी जाने वाली प्रतिमाओं की कीमत भारतीय मुद्रा में एक लाख रुपये से शुरू होती है.
Durga Puja 2022: कोलकाता के मूर्तिकारों के चेहरे इस बार खिले हुए हैं. कोरोना वायरस महामारी के कारण दो साल हल्के निकलने के बाद इस साल दुर्गा प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकारों को विदेशों से अच्छे ऑर्डर मिल रहे हैं. यही वजह है कि इस बार उनके चेहरे पर खुशी देखी जा रही है.
2020 की तुलना में इस बार 12 गुना बढ़े हैं ऑर्डर
हालांकि, महामारी से पहले जितने ऑर्डर मिलते थे, उस स्तर पर बुकिंग अभी नहीं पहुंची है. उत्तर कोलकाता में मूर्तिकारों की कॉलोनी कुम्हारटोली में इन कारीगरों के संगठन के एक प्रवक्ता ने बताया कि पिछले साल की तुलना में विदेशों से मूर्तियों के ऑर्डर तीन गुना बढ़ गये हैं. वर्ष 2020 की तुलना में इस बार 12 गुना तक ऑर्डर बढ़ गये हैं.
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60 मूर्तियां इस साल भेजी जा रहीं हैं विदेश
कुम्हारटोली मृतशिल्पी समिति के प्रवक्ता कार्तिक पाल ने कहा, ‘इस साल करीब 60 मूर्तियां विदेश भेजी जा रही हैं. वर्ष 2021 में यह संख्या 20 से ज्यादा नहीं पहुंच सकी थी. इससे पहले यानी वर्ष 2020 में यह संख्या 5 ही थी.’ कार्तिक पाल ने बताया कि कुछ मूर्तियां भेजी जा चुकी हैं. अन्य मूर्तियों को भी जल्द भेज दिया जायेगा.
सितंबर के अंत में शुरू होगा दुर्गा पूजा का उत्सव
दुर्गा पूजा उत्सव सितंबर के अंत में शुरू होगा. हालांकि मूर्तिकार मिंटू पाल ने बताया कि वर्ष 2018 और वर्ष 2019 में कुम्हारटोली से करीब 100 मूर्तियां दूसरे देशों में भेजी गयीं थीं. उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि विदेश भेजी जाने वाली प्रतिमाओं की कीमत भारतीय मुद्रा में एक लाख रुपये से शुरू होती है.
इस बार युगांडा और स्विट्जरलैंड जा रही हैं मूर्तियां
मिंटू पाल ने बताया कि मूर्ति की ऊंचाई तथा इसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री के अनुसार उसकी कीमत बढ़ती है. पाल ने कहा कि अच्छी खबर यह है कि वह इस बार दो नये देशों युगांडा और स्विट्जरलैंड में भी मूर्तियां भेज रहे हैं. उन्होंने उम्मीद जतायी कि अगले साल से मूर्तियों की मांग और बढ़ेगी.