पश्चिम बंगाल में हर तरफ दुर्गापूजा की खुशबू फैलने लगी है.बंगाल में दुर्गापूजा के दौरान थीम पूजा करने के लिये पूजा पंडालों में होड़ लग जाती है. मोहम्मद अली पार्क इस बार कोलकाता ले आया है राजस्थान का शीश महल. इस पूजा पंडाल को देख कर महसूस होगा जैसे हम राजस्थान के शीश महल में पहुंच गये हो.
इसमें सुंदर कांच और कीमती पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है और उसे सुंदर चित्रों और फूलों से सजाया गया है,ताकि वह और भी आकर्षक लगे.
पंडाल को ऐसे सजाया गया है जैसे राजस्थान की प्रतिकृति लगे और राजस्थान के लोग जो कोलकाता में रहते हैं उन्हें आकर्षक लगे और वे देखने आएं
शीश महल को “मिरर पैलेस” के नाम से भी जाना जाता है. इसमें सुंदर कीमती कांच और पत्थरों से हाथ से तैयार की गई पेंटिंग शीश महल को एक अजूबा बनाती है. इसमें मौजूद मिरर-वर्क ने लंबे समय से सभी प्रकार की सजावट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.राजस्थान में शीश महल के इतिहास में यह ज्ञात है कि इसे राजा मान सिंह (द्वितीय) ने 1727 में बनवाया था. इसे ‘जय मंदिर’ के नाम से भी जाना जाता है.