खड़गपुर, जीतेश बोरकर : पश्चिम बंगाल के खड़गपुर रेलवे स्टेशन से सटे बोगदा इलाके में बाबू लाइन सर्वजनी दुर्गापूजा कमेटी की ओर से इस बार दुर्गापूजा के उपलक्ष्य में गिटार के तर्ज पर पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है.पूजा पंडाल के आसपास ढोल नगाड़े सहित कइ पुराने जमाने के म्यूजिकल यंत्र की झांकियां भी मौजूद रहेगी. बाबू लाइन दुर्गापूजा कमेटी गिटार के तर्ज पर बना रही पूजा पंडाल के द्वारा लोगों तक यह संदेश पहुंचाना चाहती है कि आधुनिक युग में म्यूजिक के लिये कई यंत्र उपलब्ध है,लेकिन गुजरे जमाने में म्यूजिक के लिये गिटार अपना अलग एक महत्व रखता है, लेकिन धीरे धीरे डिजिटल दुनिया में गिटार का महत्व और अस्तित्व खत्म होने के कगार पर है. इसे हमलोगों को मिलकर बचाना होगा और इस कलायंत्र की रक्षा हमे खुद ही करनी होगी.
खड़गपुर बाबू लाइन दुर्गापूजा कमेटी के ओर से गिटार के तर्ज पर बनाये जा रहे पूजा पंडल में कुल सोलह लाख रुपये रुपये खर्च किये जा रहे है. जिसमे प्रतिमा और पंडाल को सजाने वाली लाइट भी शामिल है. बाबू लाइन पूजा कमेटी पूजा आयोजन का इस बार 97 वां वर्ष है. पूजा पंडाल में गिटार के अलावा कोलकाता के कुम्हारटोली से लायी गयी देवी की प्रतिमा मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगी. बाबूलाइन पूजा कमेटी खड़गपुर रेलवे स्टेशन से सटे होने और शहर के बीचों-बीच मौजूद होने के कारण केवल खड़गपुर शहर और आस पास इलाके के लोग ही नहीं दूरदराज और पडोसी राज्य से भी देवी दर्शन करने के लिये पूजा पंडाल में आते है.
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बाबूलाइन दुर्गापूजा कमेटी के सभापति प्रदीप सरकार का कहना है कि बाबू लाइन पूजा कमेटी का इतिहास काफी पुराना है.रेलनगरी खड़गपुर में रेलवे में काम करने वाले बाबूओ (उंचे पदों )ने दुर्गापूजा की नींव रखी थी. जो आज 97 वर्ष में पहुंच गया है.बाबूलाइन पूजा कमेटी समाजिक कार्यों से भी जुड़ी रहती हैं. पंडाल उदघाटन समारोह में तीन सौ से अधिक जरुरतमंद महिलाओं में साड़ी वितरण किया जायेगा.
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