दुर्गापुर में एक मजदूर की रहस्यमय मौत के बाद मृतक के परिजनों ने फैक्ट्री के गेट के पास प्रदरेशन किया. परिजनों का आरोप है कि इस मामले में पुलिस एफआईआर भी दर्ज नहीं कर रही है. साथ ही कहा की कारखाने के अधिकारी तक इस मामले में बात तक नहीं कर रहे हैं.
मामले को लेकर बीजेपी के स्थानीय नेता भी मृतक के परिजनों के साथ धरने पर बैठ गये हैं. मृतक श्रमिक के परिवार ने कहा है कि वे तब तक शव परीक्षण नहीं होने देंगे जब तक कि मौत का कारण और मुआवजा नहीं मिल जाता. बता दें कि 48 वर्षीय रघुनाथ सिंह की मंगलवार को दुर्गापुर के कोकोवेन पुलिस स्टेशन के तहत नामो सागरभंगा में एक निजी स्पंज लोहे के कारखाने में मृत्यु हो गई थी.
घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी फैक्ट्री अधिकारियों ने मृतक के परिवार को सूचना नहीं दी. मृतक मजदूर उत्तर प्रदेश के बलियार का रहने वाला था. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाने से पहले रघुनाथ सिंह के घर उसके मौत की खबर दी गयी.
घटना की जानकारी मिलने के बाद बाद में मृतक श्रमिक का परिवार उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री राधामोहन सिंह की मदद से दुर्गापुर पहुंचा. रघुनाथ सिंह के भाई राजेंद्र कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि दुर्गापुर के कोकेवन थाना की पुलिस कोई शिकायत नहीं ले रही है. फैक्ट्री अधिकारी भी सहयोग नहीं कर रहे हैं.
इसके बाद मृतक मजदूर रघुनाथ सिंह के परिजन फैक्ट्री के गेट पर धरने पर बैठ गये. मृतक के परिजनों साफ कहा है कि वे तब तक आंदोलन जारी रखेंगे जब तक कि मृतक श्रमिक की मृत्यु का कारण घोषित नहीं किया जाता है और मुआवजे का भुगतान नहीं किया जाता है. अगर जरूरी होगा तो वे शव के साथ भी प्रदर्शन करेंगे.
उत्तर प्रदेश के बलिया पंचायत के प्रमुख भगवान सिंह ने कहा, “हम उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री के हस्तक्षेप से दुर्गापुर आए हैं. यदि आवश्यक हुआ तो हमें फिर से सूचित किया जाएगा.” भाजपा पश्चिम बर्दवान जिला अध्यक्ष लखन घरुई ने आरोप लगाया कि मृत श्रमिक के मुआवजे में कटौती करने के लिए पुलिस, कारखाने के अधिकारी और तृणमूल नेता मिले हुए हैं.
Also Read: नंदीग्राम से नामांकन के पहले बोले शुभेंदु अधिकारी, मैदान पहचाना हुआ, खिलाड़ी पुराना और झंडा नया
Posted By: Pawan Singh