मानवता को शर्मसार करने वाली घटना, कोरोना से मौत के बाद शव जलाने के लिए मांगे 15 हजार
Bengal Corona Latest Update: पश्चिम बंगाल में कोरोना संकट लगातार गहराता जा रहा है. दूसरी तरफ कोरोना संकट को कई लोगों ने कमाई का जरिया भी बना लिया है. यहां तक कि कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद उनके शव के दाह-संस्कार के लिए हजारों रुपए वसूले जा रहे हैं. ऐसी ही एक घटना दुर्गापुर से सामने आई है. शहर के एमएएमसी इलाके के निवासी रंजन मित्रा दुर्गापुर प्रशासन से शिकायत करके कार्रवाई की मांग की है. आरोप है कि शव के दाह-संस्कार के लिए 15 हजार मांगे गए थे.
पश्चिम बंगाल में कोरोना संकट लगातार गहराता जा रहा है. दूसरी तरफ कोरोना संकट को कई लोगों ने कमाई का जरिया भी बना लिया है. यहां तक कि कोरोना संक्रमितों की मौत के बाद उनके शव के दाह-संस्कार के लिए हजारों रुपए वसूले जा रहे हैं. ऐसी ही एक घटना दुर्गापुर से सामने आई है. शहर के एमएएमसी इलाके के निवासी रंजन मित्रा दुर्गापुर प्रशासन से शिकायत करके कार्रवाई की मांग की है. आरोप है कि शव के दाह-संस्कार के लिए 15 हजार मांगे गए थे.
Also Read: बीरभूम के बोलपुर में BJP कार्यकर्ता की हत्या की कोशिश, जानलेवा हमले में बुरी तरह घायल, TMC पर लगे गंभीर आरोप दाह-संस्कार के लिए जबरन मांगे रुपएरंजन मित्रा के शिकायत पत्र में जिक्र है वो कोरोना संक्रामण से मृत अपने भाई के शव का दाह संस्कार विरभानपुर महाश्मशान के बिजली भट्ठी में करने गए. इस दौरान परिजनों से 15 हजार रुपए की मांग की गई थी. रुपए की मांग करने वाले लोग खुद को डोम बता रहे थे. बाद में चार हजार रुपए लेने के बाद शव का बिजली भट्ठी में दाह-संस्कार किया गया. इस घटना की लिखित शिकायत मृतक के भाई रंजन मित्रा ने दुर्गापुर प्रशासन से की है. मृतक का नाम अदीप मित्रा था. वो एमएएमसी इलाका स्थित आवास संख्या टी 2 निवासी स्वर्गीय प्रकाश कुमार मित्रा के पुत्र थे.
पीड़ित ने शिकायत पत्र से इंसाफ की गुहार लगाई है. उन्होंने श्मशान घाट में कोरोना संक्रमण से मरने वालों के परिजनों से अवैध उगाही तत्काल रोकने की मांग भी की है. बता दें पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में पश्चिम बंगाल में 20 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामलों की पुष्टि हुई है. जबकि, सौ से ज्यादा लोगों की मौत भी हुई है. लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए सरकार ने कई पाबंदियां लागू की हैं.