IRCTC News: रेलवे हेल्पलाइन पर 10 दिनों में आये 1.25 लाख से अधिक कॉल, पूछ रहे सिर्फ यही सवाल…
IRCTC News, Train Information, Indian Railway: रेलवे के हेल्पलाइन (Railway information) पर 10 दिनों में आये 1.25 लाख से अधिक कॉल. सबसे अधिक यात्रियों का सवाल रहा- देश में ट्रेन (Train) की सेवा कब शुरू होगी. देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है. ये 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है. ऐसे में सभी का ये सवाल है कि क्या 15 अप्रैल से ट्रेनें शुरू हो जाएंगी. क्या वे फिर से सफर शुरू कर पाएंगे. ये सभी सवाल वे कस्टमर केयर नंबर पर लगातार पूछ रहे हैं.
बलिया. लॉकडाउन के दौरान लोगों की बेचैनी यह जानने को लेकर है कि ट्रेनों का परिचालन देश में कब शुरू होगा. 14 अप्रैल को 21 दिन का लॉकडाउन पूरा हो रहा है. इसके साथ ही रेलवे ने भी सभी ट्रेनों को 14 अप्रैल तक रद्द किया है. रेलवे की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबरों पर 10 दिनों में करीब सवा लाख कॉल आये हैं, जिसमें सबसे अधिक लोगों ने ट्रेनों का परिचालन शुरू होने और टिकट वापसी के बारे में ही जानकारी मांगी है.
कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है. संक्रमण रोकने के लिए 25 मार्च से सभी ट्रेनों का परिचालन ठप है. पहले रेलवे ने 29 मार्च तक सभी ट्रेनों का परिचालन रद्द किया था, लेकिन 21 दिन का लॉकडाउन घोषित होने के बाद रेलवे ने सभी ट्रेनों को 14 अप्रैल तक रद्द कर दिया. इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यात्रियों को दिक्कत ना हो, इसको लेकर रेलवे लें 11 दिन पूर्व हेल्पलाइन नंबर जारी किया था. वहीं सोशल मीडिया पर ईमेल आइडी भी जारी किया था.
हेल्पलाइन नंबर पर पिछले 10 दिनों में 1.25 लाख से अधिक यात्रियों ने कॉल करके अपने सवाल पूछे हैं. इसमें सबसे अधिक ‘ट्रेन कब खुलेगी’ यह बात पूछा गया है. फोन आने पर कर्मचारी व्यक्तिगत तौर पर उनकी भाषा में समस्या का समाधान कर रहे हैं. रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन अवधि के पहले 10 दिनों में इस केंद्र के संचार प्लेटफॉर्म के माध्यम से 1,25,000 से अधिक प्रश्नों का जवाब दिया गया. इसमें से 87 प्रतिशत (1,09,000 से अधिक) मामले फोन पर व्यक्तिगत रूप से सीधे बातचीत कर निबटाये गये. इसमें यात्री पूरी तरह से संतुष्ट हैं. ज्यादातर सवाल ट्रेन सेवाएं शुरू होने और टिकट वापसी के नियमों में दी गयी ढील से संबधित था. दूसरी ओर सोशल मीडिया में, भारतीय रेल की ओर से इस कठिन दौर में किये जा रहे प्रयासों की सराहना से जुडे संदेशों की भरमार रही.