झारखंड: डीवीसी की जन सुनवाई में क्यों भिड़ गए विधायक अमित कुमार यादव व पूर्व विधायक जानकी यादव के समर्थक?
एक पक्ष के द्वारा विधायक अमित कुमार यादव के खिलाफ मंच से बोले जाने से विधायक समर्थक मुखिया संजय साव ने आपत्ति जताते हुए कैमरा बंद करा दिया. ऐसे में इसका विरोध करते हुए पूर्व विधायक जानकी यादव के समर्थक उमेश यादव व संजय साव आपस में उलझ गए.
जयनगर, कोडरमा, विकास: डीवीसी केटीपीएस एडमिन बिल्डिंग के पास शुक्रवार को डीवीसी द्वारा जन सुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हजारीबाग के जितेंद्र प्रसाद सिंह, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रांची के परामर्शी अधिकारी कुमारी मनी भूषण मौजूद थे. जन सुनवाई के दौरान कई लोगों ने अपनी बातें रखीं. हालांकि इस दौरान बरकट्ठा विधायक अमित कुमार यादव व पूर्व विधायक जानकी यादव के समर्थक मंच पर ही भिड़ गए. दोनों की मौजूदगी में समर्थकों के बीच आपस में मारपीट शुरू हो गई. मारपीट बढ़ता देख मौके पर मौजूद जयनगर थाना प्रभारी राजेंद्र कुमार राणा व पुलिस बल तथा सीआईएसएफ के जवानों ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया. इस दौरान आधा घंटा तक जन सुनवाई बाधित रही. बाद में फिर जन सुनवाई शुरू की गयी.
ऐसे बढ़ा विवाद
जानकारी के अनुसार विवाद कुछ इस तरह बढ़ा. एक पक्ष के द्वारा विधायक अमित कुमार यादव के खिलाफ मंच से बोले जाने से विधायक समर्थक मुखिया संजय साव ने आपत्ति जताते हुए कैमरा बंद करा दिया. ऐसे में इसका विरोध करते हुए पूर्व विधायक जानकी यादव के समर्थक उमेश यादव व संजय साव आपस में उलझ गए. इन्हें उलझता देख दोनों के समर्थक मंच पर जाकर उलझ गए और मारपीट शुरू हो गई. पुलिस की सख्ती के बाद मारपीट बंद हुई. इससे पहले आयोजित जन सुनवाई की अध्यक्षता डीएलओ गौरांग महतो ने की. अतिथियों का स्वागत डीवीसी के महाप्रबंधक सह परियोजना प्रधान दिलीप सिंह ने किया. विषय प्रवेश सीनियर मैनेजर इलेक्ट्रिक मांडवी कुमारी ने कराया़ इन्होंने कहा कि केटीपीएस में विस्तारीकरण के तहत 800×2 कुल 1600 मेगावाट का प्लांट लगेगा. इस जन सुनवाई के माध्यम से जानकारी देना है कि प्रदूषण नियंत्रण को लेकर क्या उपाय किया जाएगा.
Also Read: झारखंड: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 10 दिसंबर को एक्सएलआरआई के प्लैटिनिम जुबली समारोह में करेंगे शिरकत
डीवीसी के खिलाफ मोर्चा
जन सुनवाई में मौजूद विधायक अमित कुमार यादव ने कहा कि 1000 मेगावाट पावर प्लांट से क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ा है. लोगों की मौत हो रही है. करियावां की महिलाओं पर पुलिस लाठी चार्ज हुआ. उन्हें जेल जाना पड़ा. प्रबंधन बताए कि प्रदूषण नियंत्रण व विस्थापितों के रोजी-रोजगार के लिए अब तक क्या किया गया है. पूर्व विधायक जानकी यादव ने कहा कि डीवीसी ने हमेशा लोगों को धोखे में रखा है. कहा कुछ और किया कुछ है. लोगों का भरोसा तोड़ा है. जेबीकेएसएस नेता सह पूर्व मुखिया रविशंकर यादव ने कहा कि हम विकास विरोधी नहीं हैं, पर डीवीसी ने अपना वादा पूरा नहीं किया है. आज सीएसआर से कोई काम नहीं होता है. केंद्रीय विद्यालय खोलने के बजाय यहां हाईफाई स्कूल खोला गया है. आसपास के लोगों को बिजली-पानी नहीं मिलती.
एशपौंड की धूल से परेशान हैं करियावां के ग्रामीण
जन सुनवाई में अपनी बात रखते हुए करियावां निवासी पोखराज राणा ने कहा कि केटीपीएस नरक का रूप बन गया है. करियावां पंचायत के ग्रामीण एशपौंड से उडने धूल से सबसे ज्यादा परेशान हैं. एशपौंड के पास 24 घंटे पानी का छिड़काव होना चाहिए. नाला तालाब का पानी एशपौंड के रिसाव से प्रदूषित हो गया है. युवा नेता उमेश यादव ने कहा कि पूर्व व वर्तमान विधायक विस्थापितों के मु्द्दे पर राजनीतिक कर युवाओं को उलझाने का काम कर रहे हैं, इन्हें विस्थापितों के हक व अधिकार से कोई लेना देना नहीं है. झामुमो जिला सचिव श्यामदेव यादव ने कहा कि प्रदूषण की शिकायत करने के लिए भी रांची जाना पडता है. यहां प्रदूषण नियंत्रण लेबर इंस्पेक्टर कार्यालय व फैक्ट्री इंस्पेक्टर का कार्यालय खोला जाना चाहिए. प्रदूषण के नियंत्रण पर कारगर काम होना चाहिए. जिप सदस्य महादेव राम ने कहा कि डीवीसी तिलैया डैम निर्माण के समय से ही लोगों को धोखा देते आ रही है, ऐसे में नया प्लांट नहीं लगना चाहिए. यदि लगे तो विस्थापितों, प्रभावितों को मूलभुत सुविधा उपलब्ध कराया जाए, प्रदूषण पर नियंत्रण किया जाए. पूर्व उप प्रमुख बीरेंद्र यादव ने कहा कि यहां जमीन दाता धूल फांक रहे हैं. प्लांट में पैरवी चल रही है.
इन्होंने भी रखी बात
कार्यक्रम में मुन्ना यादव डुमरडीहा, पूर्व मुखिया बाला लखेंद्र पासवान, झामुमो नेता छोटू यादव, बासुदेव राम, पूर्व मुखिया लक्ष्मण यादव, मीना साव, भाकपा नेता महेश सिंह, कामेश्वर पंडित, पप्पु साव, सिकंदर यादव, रामप्रसाद सिंह, शिवकुमार यादव, झारखंड जेनरल मजदूर यूनियन के सचिव विजय पासवान, बाबुलाल यादव सहित कई लोगों ने अपनी बात रखी़ मौके पर जिप उपाध्यक्ष निर्मला देवी, मुखिया संजय साव, मनोज सिंह, अवित सिंह, छोटेलाल सिंह, दामोदर यादव, उमेश यादव, अरूण यादव, डीवीसी के डीजीएम हरीश चंद्र सिंह, कोलकाता मुख्यालय के निदेशक काजल बनर्जी, वैंकटेश, निदेशक भूमि संरक्षण परियोजना प्रधान संजय कुमार, वरीय महाप्रबंधक अर्णव मित्रा, महाप्रबंधक मानस मंडल, मुखिया महाप्रबंधक अभय श्रीवास्तव, संजय कुमार सिंह, प्रभु महतो, सुधीर कुमार, राणा विजय, नवीन कुमार, भाजपा नेता सुरेश यादव, ललित शर्मा, बैजू यादव, बासुदेव यादव, राजेंद्र सिंह, महेश यादव,सुनील यादव सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे. संचालन डीवीसी के विनोद राय ने किया.
डीवीसी प्रबंधन ने दिया जवाब
जन सुनवाई के दौरान डीवीसी के वरीय महाप्रबंधक सह परियोजना प्रधान दिलीप कुमार सिंह ने लोगों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि नए प्लांट के लिए जमीन का अधिग्रहण नहीं करना है. बेरोजगारी, पर्यावरण, एशपौंड, सीएसआर द्वारा किए गए कार्यों का डाटा उपलब्ध है. जरूरत पड़ी तो इसे सार्वजनिक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उद्योग लगने से किसी भी क्षेत्र का आर्थिक विकास होता है. लोगों को राज्य सरकार की पॉलिसी के अनुरूप रोजगार दिया जा रहा है. इस दौरान बीच-बीच में विरोध और शोर शराबा होता रहा. सीएसआर हेड हरीश चंद्र ने इलाके में सीएसआर द्वारा कराए गए कार्यों का डाटा प्रस्तुत किया. अन्य पदाधिकारियों ने भी विस्थापितों के सवाल का जवाब दिया.