Bengal News : बंगाल चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल सरकार से नौकरी एवं शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग करते हुए सचिवालय ‘नबान्न’ कूच के दौरान पुलिस की कार्रवाई के बाद डीवाईएफआई कार्यकर्ता की मौत से गुस्साये प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हमला कर दिया. मंगलवार और बुधवार को राज्य भर में पुलिस स्टेशनों पर विरोध-प्रदर्शन किया जायेगा.
पुलिस की कार्रवाई में पिछले सप्ताह घायल हुए डीवाईएफआई के कार्यकर्ता की मौत के खिलाफ कोलकाता में सोमवार को एसएफआई के कार्यालय के सामने एकत्रित हुए कुछ छात्र संगठनों के सदस्यों ने वहां तैनात एक पुलिसकर्मी पर कथित तौर पर हमला कर दिया. हालांकि, डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं ने कहा कि शहीद के खिलाफ पुलिस वाले अनाप-शनाप बातें कर रहे थे.
डीवाईएफआई के एक नेता ने टेलीविजन चैनल पर कहा कि यदि वे लोग न होते, तो पुलिस वाले को कोई बचा नहीं पाता. कोई पुलिसवाला वहां नहीं था. उनके कार्यकर्ताओं ने मानव शृंखला बनाकर पुलिसकर्मी को गुस्साये लोगों के बीच से सुरक्षित बाहर निकाला. उधर, माकपा नेता सूर्यकांत मिश्र ने पुलिस के खिलाफ कोर्ट जाने की धमकी दी है.
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पश्चिम बंगाल में 11 फरवरी को वाम मोर्चा और कांग्रेस द्वारा राज्य सचिवालय ‘नबान्न’ की ओर कूच करने के दौरान पुलिस के साथ हिंसक झड़प में मोईदुल इसलाम मिद्दा घायल हो गया था, जिसकी सोमवार को कोलकाता के एक प्राइवर हॉस्पिटल में मौत हो गयी.
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इसके बाद एसएफआई कार्यालय के बाहर तैनात पुलिसकर्मी के साथ बहस के बाद प्रदर्शनकारियों ने उन पर हमला कर दिया. स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) माकपा की क्रमशः छात्र और युवा शाखा है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब है कि 11 फरवरी को ‘नबान्न’ मार्च के दौरान मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड इलाके में पुलिस और वाम दल के कार्यकर्ताओं के बीच उस समय झड़प हो गयी थी, जब कुछ लोगों ने अवरोधक हटाकर नबान्न की ओर बढ़ने की कोशिश की. ये लोग नौकरियों और राज्य में औद्योगीकरण की मांग कर रहे थे.
Posted By : Mithilesh Jha