कूचबिहार के शीतलकूची में मतदान के दौरान CISF की फायरिंग मामले में चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला किया है. वोटिंग के बाद शांतिपूर्ण स्थिति बहाल करने के उद्देश्य से आयोग ने कूचबिहार की सीमा में किसी भी नेताओं की एंट्री पर रोक लगा दी है. आयोग ने यह रोक 72 घंटे के लिए लगाई है. बता दें कि फायरिंग के बाद ममता बनर्जी ने ऐलान किया था कि कल वे कूचबिहार में मृतकों के परिजनों से मिलने जाएंगी. इस फायरिंग में चार युवकों की मौत हो गई है.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव आयोग ने एक आदेश जारी कर कहा है कि बंगाल के कूचबिहार की सीमा में अगले 72 घंटे तक किसी भी राज्य या राष्ट्रीय नेताओं की एंट्री पर रोक लगाई जा रही है. आयोग के इस फैसले के बाद माना जा रहा है कि ममता बनर्जी को प्रशासन कूचबिहार नहीं जाने देंगे.
ममता ने किया था ऐलान- शीतलकूची में फायरिंग के बाद ममता बनर्जी ने उत्तर 24 परगना की एक रैली में ऐलान करते हुए कहा था कि वे कल घटनास्थल पर जाएंगी और परिजनों से मिलकर सच जानेंगी. ममता ने इस मामले में निष्पक्ष जांच कराने की भी बात कही. टीएमसी सुप्रीमो ने घटना के लिए गृहमंत्री अमित शाह को जिम्मेदार ठहराया.
कल टीएमसी करेगी राज्य भर में प्रदर्शन – तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत राय ने मीडिया को बताया कि टीएमसी मारे गए पांच युवकों के लिए पूरे राज्य में प्रदर्शन करेगी. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पंचायत और वार्ड स्तर पर प्रदर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि हम उन युवकों को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ते रहेंगे.
बीजेपी अध्यक्ष ने दिया ये बयान- कूचबिहार मामले के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है. घोष ने कहा कि ममता बनर्जी रैली में लोगों को सेंट्रल फोर्स के खिलाफ उकसाती है, उनपर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि जो लोग सेंट्रल फोर्स का घेराव करते हैं, वो एंटी सोशल हैं.
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Posted By: Avinish kumar mishra