झारखंड : राजनीतिक अखाड़ा बना इसीएल मुगमा एरिया, मासस समर्थकों ने पूर्व विधायक के चाचा के साथ की धक्का-मुक्की
धनबाद के निरसा स्थित ईसीएल मुगमा एरिया मंगलवार को राजनीतिक अखाड़ा बन गया. मासस समर्थकों ने पूर्व विधायक अरूप चटर्जी के चाचा के धक्का-मुक्की किया. इस दौरान मारपीट भी की गयी. इस घटना के बाद से कुछ देर के लिए तनावपूर्ण स्थिति बन गयी, लेकिन समय रहते इसे शांत कराया गया.
Jharkhand News: सीटू से संबंधित कोल माइंस वकर्स यूनियन व झारखंड कोलियारी मजदूर यूनियन द्वारा ट्रक लोडर व असंगठित मजदूरों की नौ सूत्री मांगों को लेकर इसीएल मुगमा एरिया कार्यालय के मुख्य द्वार पर की जा रही धरना-प्रदर्शन के दौरान मासस (मार्क्सवादी समन्वय समिति) समर्थकों ने झामुमो नेता व पूर्व विधायक अरुप चटर्जी के चाचा के साथ हाथापाई किया. हालांकि, झामुमो केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य अशोक मंडल व सीपीएम नेता गणेश धर ने सूझबूझ का परिचय देते हुए काफी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रित किया. आंदोलन में बतौर मुख्य वक्ता के रूप में सीपीएम के वरिष्ठ नेता व जेबीसीसीआई के सदस्य सुजीत भट्टाचार्या उपस्थित थे.
पूर्व विधायक के खिलाफ अमर्यादित शब्द बोलेन पर जताया विरोध
एक ओर आंदोलनरत मजदूरों व नेतृत्वों ने इसे मासस की गुंडागर्दी का असली चेहरा बताया. दूसरी ओर, मासस समर्थकों ने सुकेश मुखर्जी पर अरुप चटर्जी के खिलाफ अमर्यादित शब्द को लेकर विरोध जताने की बात कही. घटना के विरोध में झामुमो व सीपीएम लिखित शिकायत पुलिस से करने की बात कही है. घटना के बाद से दोनों पक्षों के बीच माहौल तनावपूर्ण बनी हुई है. इस दौरान धरना दे रहे प्रतिनिधिमंडल ने जीएम को मांग पत्र सौपकर वार्ता किया. इस बातचीत में जीएम ने समुचित पहल का आश्वासन दिया. कार्यक्रम का संचालन सत्यनारायण मुर्मू ने किया. मौके पर राजू झा, मधुसूदन मरांडी, ठाकुर माझी, रामनाथ सोरेन, नरेन्द्र सोरेन, बबुआ मुर्मू व अन्य थे.
कैसे घटी घटना
जानकारी के अनुसार, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सीएमएसआई व झाकोमयु द्वारा ट्रक लोडरों के विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया जा रहा था. धरना को वक्ता के रूप में मासस के पूर्व केंद्रीय सदस्य रहे व पूर्व विधायक अरूप चटर्जी के चाचा सुकेश मुखर्जी ने अपने संबोधन में इसीएल मुगमा क्षेत्र में कोयला व डीजल हेराफेरी की रोकथाम और राजपुरा से चापापुर तक ट्रक लोडरों के नाम पर की जा रही प्रतिटन वसूली की जांच ईडी से करने की मांग कर रहे थे. सुकेश ने कहा कि पूर्व विधायक के पिता ने माफिया के खिलाफ लड़ते-लड़ते अपनी जान गवां दिये. उन्होंने पूर्व विधायक पर कई आरोप भी लगाये. इसी दौरान मासस के रामजी यादव, रोशन मिश्रा, कृष्णा यादव वहां पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए हाथापाई कर मारपीट करने लगे. वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया. स्थिति को देखते हुए अशोक मंडल व गणेश धर ने काफी मश्क्कत के बाद माहौल को शांत कराया. घटना के बाद से दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच तनाव की स्थिति बनी रही.
झामुमो ने इस घटना को निंदनीय बताया
इस संबंध में झामुमो केंद्रीय कार्य समिति सदस्य अशोक मंडल ने कहा कि यह घटना काफी निंदनीय है. निरसा की इतिहास में यह पहली घटना है. उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक के समर्थक पहले से ही घात लगाकर वहां बैठे हुए थे. उनलोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है. निरसा की जनता अब मासस की गुंडागर्दी से डरने वाला नहीं है. धरना में मौजूद सभी मजदूर व निरसा के लोगों ने इस गुंडागर्दी को देख लिया है.
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इस तरह का हरकत सही नहीं : सीपीएम
वहीं, सीपीएम सह सीएमएसआई के क्षेत्रीय संयोजक गणेश धर ने कहा कि लोकतंत्र में आंदोलन करने का अधिकार सबको है. आज गुंडा व अपराधियों ने शांतिपूर्ण धरना के दौरान खुलेआम लोकतंत्र की हत्या की है. मेरे अनुभव में 40 वर्षों के राजनीतिक इतिहास में तथाकथित गुंडों ने एक नई संस्कृति को जन्म दिया है. गांव-गांव में उस दल की क्या छवि चली गई. यह उनको समय आने पर मालूम चलेगा. कहा कि आज का आंदोलन गरीब, दलित ट्रक मजदूरों के मजदूरी बढ़ोतरी, समाजिक सुरक्षा, पीएफ कटौती सहित अन्य मांगों को लेकर धरना चल रहा था. इस दौरान मासस के लोगों द्वारा इस तरह का हरकत करना कहीं से भी उचित नहीं है.
पूर्व विधायक पर लगाया गया आरोप सरासर गलत : मासस
मासस के एग्यारकुंड प्रखंड अध्यक्ष सह जिप सदस्य बादल चंद्र बाउरी ने कहा कि किसी भी मंच पर खुलेआम किसी भी व्यक्ति पर आरोप लगाना व अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करना व गाली-गलौज करना कहीं से भी उचित नहीं है. कहा कि पूर्व विधायक अरूप चटर्जी पर जो भी आरोप लगाया जा रहा है वह सरासर गलत है. कहा कि श्री चटर्जी हर साल इनकम टैक्स फइल करते हैं. आरोप लगाने वाले लोग इसका साबित करे.
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