कोलकाता, विकास कुमार गुप्ता : पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने गुरुवार को सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की हुई नियुक्तियों में कथित घोटाले की जांच के सिलसिले में शहर के अलग-अलग जगहों पर छापेमारी शुरू की थी. करीब 21 घंटे के बाद खत्म हुई छापामारी के बाद ईडी की टीम इन ठिकानों से बाहर निकल गयी. इस मामले में बिचौलियों की भूमिका निभाने के आरोप में पूर्व में गिरफ्तार प्रसन्न राय, प्रदीप सिंह और उनके करीबियों के न्यूटाउन, नयाबाद, मुकुंदपुर व अन्य जगहों पर मौजूद ठिकानों पर छापामारी की गयी थी.
बताया जा रहा है कि इन ठिकानों में प्रसन्न के न्यू टाउन के दफ्तर में मौजूद आलमारी से ईडी की टीम को करीब 450 अवैध बेनामी संपत्ति की दलीलें मिली है. यही नहीं, विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी बैंकों में खोले गये 100 से ज्यादा बैंक अकाउंट से जुड़े कागजात भी ईडी के हाथ लगे हैं. इनकी जांच के बाद ईडी की टीम आगे की कार्रवाई करेगी. बताया जा रहा है कि प्रसन्न राय और प्रदीप सिंह को इस मामले में जमानत मिल चुकी है. दोनों शिक्षक नियुक्ति घोटाले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी बताये गये हैं.
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ईडी के अधिकारी उत्तर 24 परगना के न्यूटाउन के बलाका आवासन में गुरुवार सुबह पहुंचे थे. उनके साथ सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) के जवान भी मौजूद थे. ईडी अधिकारियों की टीम अलग-अलग बंट गयी. एक टीम आवास के बी-6 ब्लॉक स्थित प्रसन्न राय के एक फ्लैट में पहुंची. उसी आवासन में मौजूद दो अन्य फ्लैटों में भी केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी तफ्तीश के लिए पहुंचे थे. ये फ्लैट प्रदीप सिंह और उनके परिजनों के बताये गये हैं.
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उधर, न्यूटाउन में ही बिजनेस टॉवर नाम की बहुमंजिली इमारत के चौथे तल पर भी जांच अधिकारी पहुंचे, जहां प्रसन्न राय की कंपनी का कार्यालय भी है. न्यूटाउन के आइडियल विला में भी दो फ्लैटों पर ईडी के अधिकारियों ने तलाशी अभियान चलाया. पहले रंग मिस्त्री के तौर पर काम करने वाले प्रसन्न राय की अचानक बढ़ी संपत्ति केंद्रीय जांच एजेंसी की तफ्तीश के दायरे में आ गयी. उसकी और उसके परिजनों के नाम से करीब 83 शेल कंपनियों के होने की बात भी सामने आयी है. उसकी छह प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां होने की भी बात है. वह रेंटल कार सर्विसेज के व्यवसाय भी जुड़ा हुआ था. कथित तौर पर शिक्षा विभाग में उसके वाहन किराये पर दिये जाते थे.