पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले (Teacher Recruitment Scam) में राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी रहे पार्थ सरकार व कारोबारी राजीव दे को ईडी दफ्तर में तलब किया गया है. जांच एजेंसी ने दोनों को समन भेजकर आगामी सप्ताह ईडी दफ्तर आने को कहा है. ईडी सूत्रों का मानना है कि इन लोगों ने शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार से मिली मोटी रकम को अपने कारोबार में निवेश किया है. बताया जा रहा है कि ईडी ने इससे पहले भी पार्थ चटर्जी के करीबी पार्षद पार्थ सरकार को तलब किया था, लेकिन उन्होंने तीन सप्ताह का समय मांगा था. ईडी सूत्र बताते हैं कि इसके बाद दोबारा नोटिस भेजकर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
ईडी अधिकारियों को जांच में पता चला है कि पार्थ सरकार लंबे समय तक पार्थ चटर्जी के घनिष्ठ रह चुके हैं. जब पार्थ चटर्जी विपक्ष के नेता थे, तो पार्थ सरकार उनकी कई निजी काम किया करते थे. धीरे-धीरे वह पार्थ चटर्जी के आर्थिक लेन-देन के मामले भी देखने लगे थे. ईडी ने पार्थ सरकार को सारी संपत्ति और पिछले 12 वर्षों के बैंक से किये गये वित्तीय लेनदेन से जुड़े सभी दस्तावेजों को साथ लाने को कहा है. एजेंसी के मुताबिक, अवैध तरीके से हुई शिक्षकों की नियुक्ति से पहले उन अभ्यर्थियों के नामों की सूची और करोड़ों रुपये पार्थ चटर्जी तक पार्थ सरकार ने ही पहुंचाये थे.
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पश्चिम बंगाल के पूर्व खाद्य मंत्री और वर्तमान में वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को ईडी ने राशन वितरण घोटाले मामले में गिरफ्तार कर लिया है. बंगाल में घोटाले के आरोप में गिरफ्तार होने वाले मंत्रियों में ज्योतिप्रिय पहले नहीं हैं. इसके पहले पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी सहित टीएमसी के कई विधायक और नेता विभिन्न आरोपों के तहत गिरफ्तार हो चुके हैं. ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी से भी कोयला तस्करी के मामले में ईडी पूछताछ कर चुकी है.