पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले (Teacher Appointment Scam) में ईडी के हाथों गिरफ्तार होने के बाद करीब साढ़े पांच महीने तक एसएसकेएम अस्पताल में रह रहे सुजय कृष्ण भद्र उर्फ कालीघाटेर काकू को लंबी कानूनी लड़ाई के बाद अंतत: ईडी की टीम एसएसकेएम अस्पताल से अपने कब्जे में लेकर जोका इएसआइ अस्पताल ले गयी. अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, उन्हें एक अलग कमरे में ले जाया गया और एक ही वाक्य कई बार दोहराया गया. सूत्र के मुताबिक आवाज के नमूने लेने के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टर भी मौजूद थे. आवाज का नमूना एकत्र करने के बाद सुजयकृष्ण को लगभग 3.20 बजे फिर से ईएसआई अस्पताल से एसएसकेएम वापस लाया गया.
सुजयकृष्ण भद्र शाम 7.30 बजे के करीब केंद्रीय बल के जवान एसएसकेएम पहुंचे और अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग को चारों तरफ से घेर लिया. इसके बाद ईडी की टीम अस्पताल में पहुंची. इस दौरान एसएसकेएम व जोका इएसआइ अस्पताल के एक-एक वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद थे. दोनों चिकित्सकों की देखरेख में काकू को एसएसकेएम अस्पताल से बाहर निकालकर अत्याधुनिक एंबुलेंस में बैठाया गया. इसके बाद काकू को अपने साथ लेकर ईडी की टीम जोका इएसआइ अस्पताल के लिए रवाना हो गयी.
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ईडी कई दिनों से ‘काकू’ की आवाज का सैंपल इकट्ठा करना चाहती थी. केंद्रीय एजेंसी का दावा है कि भर्ती मामले की जांच के लिए यह मामला अहम है. लेकिन काफी देर तक कोशिश करने के बाद भी ‘काकू’ का साउंड सैंपल नहीं मिला. यहां तक कि कोर्ट के आदेश के बाद सैंपल भी नहीं लिए जा सके. शारीरिक अस्वस्थता के कारण सुजॉय को जेल से एसएसकेएम ले जाया गया था. केंद्रीय एजेंसी ने अस्पताल अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाया. उन्होंने दावा किया कि ‘काकू’ कुछ छिपा रहे हैं. हालांकि ईडी ने काकू के आवाज के नमूने संग्रह कर लिये है.