बीरभूम, मुकेश तिवारी. राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के साथ बीरभूम जिले के नलहाटी ब्लॉक तृणमूल पार्टी अध्यक्ष तथा मौजूद विशाल आश्रम और बीएड कॉलेज के मालिक विभास अधिकारी ईडी और सीबीआइ की रडार पर हैं. आज मंगलवार को सुबह 11 बजे ईडी विभास अधिकारी से कोलकाता सीजीओ कार्यालय में पूछताछ चलाएगी. इस बाबत विभास अधिकारी को ईडी ने कल नोटिस जारी किया था.
ईडी सूत्रों के अनुसार शिक्षक भ्रष्टाचार में पिछले कुछ दिनों से एक और नाम जुड़ रहा है वह नाम है बीरभूम के नलहाटी के रहने वाले विभास अधिकारी का. मालूम हो कि बीरभूम के नलहाटी निवासी विभास अधिकारी नलहाटी में मौजूद आश्रम और बीएड कॉलेज के मालिक हैं. विभास अधिकारी क्षेत्र में मौजूद उनके आश्रम के कारण धार्मिक माने जाते है.उनका अपना विशाल आश्रम है. राजनीति में भी वे तृणमूल में आने के बाद सक्रिय हुए थे. वह नलहाटी ब्लॉक नंबर दो के तृणमूल अध्यक्ष पद पर आसीन हैं.
हालांकि, विभास अधिकारी का दावा है कि उन्होंने शारीरिक बीमारी के चलते पद से इस्तीफा दिया हुआ है. हालांकि, पार्टी ने कुछ और ही दावा किया है. लेकिन यह सवाल केवल धर्म और राजनीति का नहीं है, जिसमें विभास अधिकारी रमे हुए रहते थे. उन्होंने आश्रम के साथ ही एक बीएड कॉलेज भी बनवाया है. आरोप है की पैसे के बदले में कई छात्रों को वहां प्रवेश दिया गया था. मीडिया में सनसनीखेज जानकारी सामने आई है. मालूम हो कि उस कॉलेज से पास करने पर स्कूल में सरकारी नौकरी की गारंटी थी. इसलिए रातों-रात छात्रों की संख्या उक्त बीएड कॉलेज में बढ़ रही थी.
जानकारी के अनुसार विभास अधिकारी का पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से सीधा संपर्क था. यही नहीं विभास अधिकारी के कॉलेज में कई दबंग नेता आते थे. विभास अधिकारी ने चार महीने पहले सिउड़ी में हरिपुर के पास एक निजी मेडिकल कॉलेज और कैंसर अनुसंधान केंद्र खोलने का भी फैसला किया था. स्थानीय लोगों के अनुसार, विभास अधिकारी आश्रम की आड़ में धर्म को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करके भ्रष्टाचार जारी रखा है.
हालांकि, विभास अधिकारी ने उक्त शिकायत को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है. उनके अनुसार पार्थ चटर्जी को कुंतल को चट्टोपाध्याय के सूत्रों से जानते थे. लेकिन उनका भ्रष्टाचार से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने भ्रष्टाचार साबित करने पर जेल जाने का भी वादा किया है. ईडी विभास अधिकारी के एक फ्लैट को पहले ही सील कर चुका है. बीरभूम जिले के विभास अधिकारी पर अब ईडी और सीबीआई की कब गाज गिरती है यह देखना है ? आज पूछताछ में ईडी को कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है.