पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को कोयला तस्करी मामले में सनसनीखेज जानकारी मिली है. इडी सूत्रों का कहना है कि राज्य के कई प्रभावशाली नेताओं ने एक ही साल में 15 से 22 बार तक विदेश यात्राएं की हैं. जांच एजेंसी को पता चला है कि इनमें से अधिकतर दौरा दुबई में किया जाता है. इडी अब जांच में जुटी है कि ऐसे प्रभावशाली लोगों को इतनी बार विदेश क्यों जाना पड़ता है. इडी को यह भी पता चला है कि विदेश यात्रा के लिये मध्य कोलकाता की एक ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से टिकट बुक किये जाते थे.
उस संस्था के दफ्तर पर हाल ही में इडी ने छापामारी की थी. इस दौरान कई दस्तावेज जब्त किये गये. इसके बाद उस ट्रैवल एजेंसी के दो पार्टनर्स को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया है. इडी सूत्र बताते हैं कि इन प्रभावशालियों ने जितनी बार विदेशों का दौरा किया है, कोई बड़े कारोबारी भी इतने कम समय में उतनी बार विदेश यात्रा पर नहीं जाते. अब वे यह जानने की कोशिश कर हैं कि इतनी बार वे विदेश क्यों जाते थे, किस काम से जाते थे, इसके लिए इतने रुपये कहाँ से आते थे. इन सवालों का जवाब जानने के लिए इडी की तरफ से कोयला तस्करी मामले में शामिल कुछ प्रभावशालियों को फिर से दिल्ली तलब किया जा सकता है.
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इडी सूत्र बताते हैं कि इन प्रभावशालियों के विदेश सफर के लिए मध्य कोलकात में एक ही ट्रैवल एजेंसी से ही इन यात्राओं के टिकट क्यों बनवाये जाते थे, इस सवाल का भी जवाब तलाशने की कोशिश की जा रही है. उन्हें संदेह है कि कोयला तस्करी के रुपये क विदेशों में ट्रांसफर करने के सिलसिले में ही विदेश यात्रा की जाती होगी. इडी की टीम पूछताछ में यह निश्चित होना चाहती है. इडी सूत्रों का दावा है कि कोयला तस्करी मामले की जांच के दौरान 2017 से 2020 तक करोड़ों रुपये विदेशी बैंकों के खाते में ट्रांसफर किये गये. कुछ राशि विदेशी कंपनियों में निवेश की गयी है. प्रभावशाली लोगों से पूछताछ में काफी राज खुलने उम्मीद जतायी जा रही है.
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