पश्चिम बंगाल युवा तृणमूल अध्यक्ष सायोनी घोष ने इडी के दूसरे समन पर बुधवार को सीजीओ कॉम्प्लेक्स गए बिना एक वकील के माध्यम से आवश्यक दस्तावेज भेजे थे. हालांकि इडी का कहना है कि सायोनी द्वारा भेजे गये दस्तावेज में कई कागज शामिल नहीं है. ऐसे में इडी ने जांच प्रक्रिया चालू कर दी है. गौरतलब है कि सायोनी घोष के पास गोल्फग्रीन इलाके में दो फ्लैट हैं. एक उनकी मां के नाम पर और दूसरा उनके अपने नाम पर. इडी सूत्रों के मुताबिक, एक फ्लैट की कीमत करीब 80 लाख रुपये है. फ्लैट खरीदने के लिए सायोनी ने 20 लाख रुपये नकद दिए. बाकी 60 लाख रुपये के लिए एक निजी बैंक से लोन लिया गया. उस फ्लैट से संबंधित दस्तावेज इडी ने बुधवार को भेजा था. इसके अलावा सायोनी द्वारा इस्तेमाल की गई कार भी इडी की निगरानी में थी.
इडी के बुलावे पर बुधवार को सायोनी घोष के इडी दफ्तर में न आकर पंचायत चुनाव के लिए प्रचार करने चले जाने को लेकर इडी ने सायोनी पर जांच में असहयोग का आरोप लगाया है. इडी सूत्रों के मुताबिक, सायोनी से शुक्रवार को विमर्श करने के बाद ही उन्हें बुधवार को फिर से पेश होने के लिए कहा गया था. इडी सूत्रों का कहना है कि सायोनी को सोमवार को तलब किये जाने की बात थी, लेकिन सुश्री घोष ने कहा कि वह सोमवार नहीं बुधवार को इडी दफ्तर में पेश होंगी. इसके बाद ही उन्हें बुधवार को तलब किया गया था.
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इडी अधिकारियों का यह भी आरोप है कि पंचायत चुनाव चलने के दौरान गत शुक्रवार को सायोनी इडी दफ्तर कैसे पहुंच गयीं. फिर बुधवार को क्यों नहीं पहुंचीं, जबकि उन्होंने खुद सोमवार के बजाय बुधवार को इडी दफ्तर में आने की इच्छा जतायी थी. इडी सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में स्थित प्रधान कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी पूरी जानकारी दी गयी है, कानूनी सलाह लेकर अब वे आगे की कार्रवाई करेंगे.