West Bengal News: ईडी ने पश्चिम बंगाल में कथित शिक्षक भर्ती घोटाला मामले की जांच के सिलसिले में टीएमसी के शीर्ष नेताओं के करीबी सुजय कृष्ण भद्र के आवास पर शनिवार को छापा मारा. इस बात की जाानकारी केंद्रीय एजेंसी के एक अधिकारी ने दी है.
‘कालीघाट एर काकू’ के आवास पर छापा- अधिकारी
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि ‘कालीघाट एर काकू’ (कालीघाट के चाचा) के नाम से महशहूर भद्र के बेहाला स्थित आवास पर छापा मारा गया. अधिकारी के मुताबिक, जांच एजेंसी मामले की जांच के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के कई अन्य स्थानों पर भी छापेमारी कर रही है. यह छापेमारी उस दिन हो रही है, जब तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी कथित स्कूल भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में सीबीआई के कोलकाता स्थित कार्यालय में पेश हुए हैं.
सुजय कृष्ण भद्र पर क्या है आरोप?
बता दें कि सुजय कृष्ण भद्र पर पश्चिम बंगाल के विभिन्न सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में की गई कथित अवैध नियुक्तियों में संलिप्तता का आरोप है. मामले को लेकर सुजय कृष्ण भद्र 15 मार्च को सीबीआई के सामने पेश हुए थे.
क्या है पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला
मालूम हो कि बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला मामला साल 2014 का है. दरअसल, पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमिशन ने राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की बहाली निकाली थी. इसके लिए भर्ती प्रक्रिया साल 2016 में शुरू हुई थी. उस समय बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी थे. इस भर्ती में गड़बड़ी की कई शिकायतें कलकत्ता हाईकोर्ट में दर्ज हुई थीं.
हर पहलू पर हो रही जांच
मामले को लेकर ईडी जांच चली. जिसमें ईडी ने करोड़ों के घोटाले का दावा किया. अपनी जांच में ईडी ने कई खुलासे किए. ईडी ने दावा किया कि 2012 से 2022 तक महज प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में ही 500 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला हुआ है. मामले में तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी गिरफ्तार भी हुए. फिलहाल सीबीआई घोटाले के आपराधिक पहलू की जांच कर रही है, जबकि ईडी स्कूलों में भर्ती में कथित अनियमितताओं में पैसे की लेनदेन की तफ्तीश कर रही है.