ED Raid in West Bengal: पश्चिम बंगाल नगर पालिका भर्ती घोटाले को लेकर ईडी एक्शन मोड में आ गई है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नगर निकायों में भर्तियों में अनियमितता मामले की जांच को लेकर ईडी की टीम ने टीएमसी नेताओं के घर छापेमारी की है. शुक्रवार सुबह पश्चिम बंगाल के अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बोस, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) विधायक तापस रॉय और उत्तरी दमदम नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सुबोध चक्रवर्ती के आवासों पर छापे मारे गए. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है. मामले की जांच के दौरान ईडी लगातार कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में तलाशी और जब्ती कर रही है. इसी दौरान ईडी ने टीएमसी नेताओं के यहां छापेमारी की. ईडी की टीम सुजीत बोस से पूछताछ कर रही है. वहीं तापस रॉय के घर पर तलाशी ली जा रही है.
अधिकारी ने बताया कि ईडी के अधिकारियों ने केंद्रीय बलों के साथ शुक्रवार सुबह उत्तर 24 परगना जिले के लेक टाउन इलाके में बोस के दो आवासों पर छापे मारे. अधिकारी के अनुसार, केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने तापस रॉय के ‘बीबी गांगुली स्ट्रीट’ स्थित आवास और बिराती स्थित चक्रवर्ती के आवास पर भी छापे मारे. एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हम नगर निकायों में भर्तियों को लेक टीएमसी के तीन नेताओं के आवासों पर तलाश अभियान चला रहे हैं.
दरअसल, शिक्षक भर्ती घोटाला मामले की ईडी जांच के दौरान नगरपालिका भर्ती घोटाले से संबंधित कई सबूत मिले थे. ईडी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय को बताया कि शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार अयान शील जैसे एजेंट पश्चिम बंगाल में विभिन्न नगरपालिकाओं में लिपिक, सफाईकर्मी, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, चालक आदि की भर्ती में कथित अनियमितताओं में भी शामिल थे. ईडी ने 19 मार्च को भर्ती मामले में अयान शील को गिरफ्तार किया था. ईडी का दावा है कि साल्टलेक में अयान के कार्यालय की तलाशी में राज्य की कई नगरपालिकाओं में विभिन्न पदों के लिए नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों की ओएमआर शीट (उत्तर पुस्तिकाएं) मिली हैं. ईडी सूत्रों के मुताबिक यह भी पता चला है कि पूछताछ के दौरान अयान ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने विभिन्न नगर पालिकाओं में नौकरी दिलाने के बदले कुल 200 करोड़ रुपये लिए थे.
इधर, करीब एक सप्ताह पहले राशन घोटाला मामले में ईडी ने बोंगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष शंकर आध्या को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी की यह कार्रवाई बंगाल में ईडी पर हमले के बाद की गई. मालूम हो कि राशन घोटाले की जांच कर रहे ईडी ने 5 जनवरी 2024 को राज्य में अलग-अलग जगहों में राजनीति से जुड़े लोगों, व्यवसायियों व अन्य के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की. ईडी के अधिकारी उत्तर 24 परगना के संदेशखाली स्थित सरबेड़िया के निवासी तृणमूल कांग्रेस के नेता, राशन और डीलरव्यवसायी शेख शाहजहां के आवास पर जांच के लिए पहुंचे थे, जहां ईडी अधिकारियों और सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) के जवानों पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया. उनके वाहनों में तोड़फोड़ की गयी. मीडियाकर्मियों को भी नहीं बख्शा गया. उनके कैमरे व मोबाइल फोन तोड़ दिये. ईडी अधिकारियों और जवानों ने वहां से किसी तरह भागकर अपनी जान बचायी. इस हमले के बाद ईडी एक्शन मोड में आ गई है.