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आय से अधिक संपत्ति मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री राकेशधर त्रिपाठी की बढ़ी मुश्किलें, ED ने शुरू की जांच

UP Election 2022: आय से अधिक संपत्ति मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री राकेशधर त्रिपाठी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उनके खिलाफ ईडी ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 17, 2022 11:09 PM

Prayagraj News: आय से अधिक संपत्ति मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री व प्रतापपुर विधानसभा से अपना दल के प्रत्याशी राकेशधर त्रिपाठी की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ सकती है. मनी लांड्रिंग मामले में विजिलेंस की क्लोजर रिपोर्ट के बाद अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने अपने स्तर से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. ईडी आय से अधिक संपत्ति की जांच कर उन्हें जब्त भी कर सकती है.

राकेशधर त्रिपाठी पर 2013 में दर्ज हुआ मुकदमा

बसपा सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे राकेशधर त्रिपाठी पर 18 जून 2013 को मुट्ठीगंज थाने में विजिलेंस इंस्पेक्टर राम सुभग ने आय से अधिक संपत्ति मामले में रिपोर्ट दर्ज कर कराई थी. विजिलेंस ने जांच में खुलासा किया था कि 2007 से 2011 तक शिक्षा मंत्री राकेशधर त्रिपाठी ने 49 लाख 49 हजार 928 रुपये की कमाई की थी, लेकिन इस दौरान उन्होंने कुल 2 करोड़ 67 लाख रुपये खर्च किए थे. इस रिपोर्ट को विजिलेंस ने बतौर आरोप पत्र कोर्ट में भी सबमिट किया था.

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प्रतापपुर से अपना दल के टिकट पर चुनाव लड़ रहे राकेशधर त्रिपाठी

बसपा सरकार में 2007-2012 तक उच्च शिक्षा मंत्री रहे राकेशधर त्रिपाठी को इस बार प्रतापपुर विधानसभा सीट से अपना दल (एस) के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. गौरतलब है कि 1985 में राकेशधर पहली बार जनता पार्टी व 1989 में जनता दल से लगातार विधायक निर्वाचित हुए. 1991 में भाजपा के टिकट पर चुनाव हार गए, हालांकि 1996 में बीजेपी के टिकट पर फिर चुनाव जीत गए.

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2002 में बीजेपी में शामिल

राकेशधर त्रिपाठी 2002 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव हार गए तो पार्टी छोड़ बसपा का दामन थाम लिया. 2007 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर उच्च शिक्षा मंत्री बने. हालांकि 2012 में बसपा के टिकट पर चुनाव हार गए.

रिपोर्ट- एस के इलाहाबादी, प्रयागराज

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