कोलकाता: अवैध कोयला खनन और तस्करी मामले में धनशोधन पहलू की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने मामले की जांच के तहत अब सात आइपीएस अधिकारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है. यदि वे इडी कार्यालय नहीं आ पायेंगे, तो उनसे वर्चुअल माध्यम से पूछताछ की जा सकती है.
अधिकारियों से जुलाई से अगस्त महीने के बीच पूछताछ की जायेगी. यानी अधिकारियों को अलग-अलग तिथियों में तलब किया गया है. सूत्रों के अनुसार, तलब किये जाने वाले आइपीएस अधिकारियों में ज्ञानवंत सिंह, कोटेश्वर राव, सिल्वा मुरुगन, श्याम सिंह, राजीव मिश्रा, सुकेश जैन और तथागत बसु शामिल हैं.
श्री राव और मुरुगन 26 जुलाई को इडी कार्यालय में तलब किये गये हैं, जबकि 30 जुलाई को आइपीएस अधिकारी श्याम सिंह, दो अगस्त को श्री मिश्रा, चार अगस्त को आइपीएस अधिकारी जैन, पांच अगस्त को आइपीएस अधिकारी ज्ञानवंत सिंह और आठ अगस्त को श्री बसु से पूछताछ होगी.
Also Read: अवैध कोयला खनन मामले की सीबीआई जांच से बढ़ी कोयला माफियाओं की मुश्किलें, इसीएल को 478 करोड़ का फायदा
इडी के अनुसार, मामले को लेकर और भी कई तथ्यों का पता लगाया जाना जरूरी है. यही वजह है कि अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इन आइपीएस अधिकारियों में से कई लोगाें से केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) पहले भी पूछताछ कर चुकी है.
ये अधिकारी बर्दवान, पुरुलिया, बीरभूम जैसे जिलों में काम कर चुके हैं. कुछ मुर्शिदाबाद और नदिया जैसे जिलों में तैनात थे. सीबीआई ने मई में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सुरक्षा प्रभारी ज्ञानवंत सिंह से पूछताछ की थी.
इस मामले में सांसद और तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी समेत दूसरे रिश्तेदारों से सीबीआई पूछताछ कर चुकी है. मामले के प्रमुख आरोपी अनूप माजी उर्फ लाला की करोड़ों की संपत्ति भी इडी कुर्क कर चुकी है. इस मामले में सीबीआई की तरह इडी भी फरार विनय मिश्रा से पूछताछ करना चाहती है. गौरतलब है कि पिछले साल सीबीआई ने अवैध कोयला खनन और तस्करी मामले में शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की.
Posted By: Mithilesh Jha