जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों से बोले बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, अधिकारियों का घेराव करना छोड़ दें
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी (Education Minister Partha Chatterjee) ने दक्षिण कोलकाता (South Kolkata) में स्थित जाधवपुर विश्वविद्यालय (Jadavpur University) के छात्रों के एक समूह से कहा है कि वे अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों का घेराव (Gherao) करने का तरीका छोड़ दें.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने दक्षिण कोलकाता में स्थित जाधवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों के एक समूह से कहा है कि वे अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों का घेराव करने का तरीका छोड़ दें.
इंजीनियरिंग के छात्रों द्वारा पिछले सप्ताह विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो-वीसी और रजिस्ट्रार का 12 घंटे तक घेराव किये जाने के संबंध में सवाल करने पर श्री चटर्जी ने कहा कि छात्रों को ऐसा प्रदर्शन नहीं करना चाहिए, जिससे उनके शिक्षकों को शारीरिक नुकसान पहुंचे.
उन्होंने कहा, ‘अतीत में भी मैं कई बार जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों के एक धड़े से अनुरोध कर चुका हूं कि वे अपने शिक्षकों का घेराव बंद करें, क्योंकि वह शारीरिक प्रताड़ना की तरह है. छात्रों को अन्य विकल्प तलाशने चाहिए और समस्याओं के समाधान के लिए हमसे बातचीत करनी चाहिए.’
पार्थ चटर्जी ने बताया कि कुलपति सुरंजन दास, प्रो-वीसी चिरंजीव भट्टाचार्य और रजिस्ट्रार प्रदीप कुमार घोष घेराव के कारण बीमार हो गये हैं, इससे बचना चाहिए.
फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स एंड टेक्नोलॉजी यूनियन के पूर्व पदाधिकारी अभीक ने कहा, ‘हम समझ सकते हैं कि महामारी के कारण प्रशासन ने समय पर परीक्षा परीणाम जारी नहीं किये हैं और परिसर में तमाम गतिविधियां शुरू नहीं की जा सकती हैं.’
Also Read: पश्चिम बंगाल में उच्च माध्यमिक की 30 जून की परीक्षा स्थगित, जानें किस वजह से हुआ ये फैसला
उन्होंने कहा, ‘लेकिन 11 महीने बाद भी परीक्षा परिणाम की घोषणा में दिक्कत है, जिससे पेशेवर रूप से उन्हें नुकसान हो रहा है. इंजीनियरिंग के छात्रों ने प्रशासन से समस्या के समाधान का अनुरोध किया था और वह भी मुद्दे की गंभीरता पर सहमत हुए थे.’
उन्होंने कहा कि छात्रों को शिक्षकों का घेराव नहीं करना चाहिए, बल्कि प्रशासन से बातचीत करके समस्या का समय पर समाधान निकालने का अनुरोध करना चाहिए. संपर्क करने पर कुलपति सुरंजन दास ने कहा कि वह किसी बैठक में व्यस्त हैं.
Posted By : Mithilesh Jha