Happy Eid 2022: कहते हैं किसी चीज को अगर पूरी शिद्दत से मांगी जाये, तो पूरी कायनात उसे मिलाने में जुट जाती है. बात जरा फिल्मी है, लेकिन यहां हकीकत होती नजर आ रही है. जोगबनी सीमा से सटे नेपाल के विराटनगर महानगरपालिका वार्ड संख्या-17 रानी वस्ती निवासी मो कुमार मियां की दुआ दो सालों बाद कबूल हुई.
मो कुमार मियां ने कहा कि उन्हें दो साल पूर्व अपना खोया हुआ नाती मिल गया. दरअसल, मोहम्मद कुमार मियां के नाती मिराज अंसारी के अम्मी-अब्बू नहीं है. वहीं, उसकी परवरिश उसके नाना-नानी द्वारा किया जा रहा था. किसी बात पर नानी के डांटने पर बच्चा घर से भाग गया और जोगबनी से ट्रेन पकड़ कर कटिहार चला गया.
कटिहार आने पर लावारिस अवस्था में रहे बच्चे को कटिहार रेल पुलिस द्वारा कटिहार स्थित बाल कल्याण समिति के समन्वय में बालगृह में रखा गया. काउंसिलिंग के दौरान मासूम मिराज अंसारी ने अपना पता जोगबनी बोर्डर और नाना के मुस्लिम होटल होने की बात कही. इसके बाद बाल कल्याण समिति द्वारा नेपाल में कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्थाओं से संपर्क किया गया.
बच्चे के स्वदेश वापसी और परिवार से मिलवाने में कानूनी सहायता के साथ ही समन्वय में नेपाली दूतावास व बाल कल्याण समिति कटिहार की अहम भूमिका रही. इसमें दिल्ली स्थित नेपाली राजदूतावास, बालकल्याण समिति कटिहार, जिला प्रशासन कटिहार, आफंत नेपाल और भारत नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के समन्वय में इलाका पुलिस कार्यालय रानी व सशस्त्र पुलिस बल बोर्डर आउट पोस्ट रानी के प्रमुख और सीमा पर तैनात एसएसबी के मौजूदगी में परिवार को सुपुर्द किया गया.
नेपाल विराटनगर के रानी निवासी मो कुमार मिया ने कहा कि दो वर्षों से ईद सूना-सूना लगता था. लेकिन, दो वर्ष के बाद नाती की घर वापसी से उन्हें ईद का तोहफा मिल गया. उन्होंने कहा कि ऊपर वाले ने उनकी दुआ कबुल की. वहीं, इस मौके पर बाल कल्याण केंद्र कटिहार के चंदन कुमार पाठक, पवन वर्मा, आफंत नेपाल की सुनीता सपकोटा, भारत नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष साहित रानी पुलिस प्रमुख मौजूद थे.