Eid 2022: आज मनाई जाएगी ईद, जानिए इसका महत्व और इतिहास
Eid 2022: ईद-उल-फितर को भाईचारे और अमन का पैगाम लाने वाला त्योहार माना जाता है. आज यानी 3 मई को इस्लामिक त्योहार ईद-उल-फितर 2022 मनाई जा रही है.
Eid 2022: भारत में आज यानी 3 मई को इस्लामिक त्योहार ईद-उल-फितर 2022 मनाई जा रही है. ईद उल-फितर शव्वाल महीने के पहले दिन मनाया जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के तहत सभी महीने 29 या 30 दिन के होते हैं. मुसलमान ईद-उल-अधा भी मनाते हैं, जो ईद उल-फितर के तुरंत बाद आता है.
ईद-उल-फितर को भाईचारे और अमन का पैगाम लाने वाला त्योहार माना जाता है. वहीं पिछले दो सालों से कोरोना प्रतिबंधों को झेल रहे लोग इस बार ईद पर खूब खरीदारी कर रहे हैं. ईद के कारण देशभर के बाजारों में धूम मची है और सभी में लोगों की भीड़ बढ़ने लगी है.
ईद-उल-फितर का महत्व
मुस्लिम समुदाय के लिए ईद का पर्व काफी खास होता है. इस्लामी कैलेंडर के अनुसार, रमज़ान नौवां महीना होता है जिसमें रोजा रखे जाते हैं. वहीं दसवें महीने में शव्वाल होता है. शव्वाल का अर्थ है उपवास तोड़ने का पर्व. इसी कारण इस साल शव्वाल माह के शुरू होने के साथ ही ईद का पर्व मनाया जाएगा.
ईद-उल-फितर 2022: जानें क्या किया जाता है इस दिन
ईद उल-फितर रमजान के रोजा की समाप्ति पर सुबह से शाम तक मनाया जाता है और महीने भर के रोजा के दौरान शक्ति और धीरज प्रदान करने के लिए अल्लाह को धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है. माना जाता है कि इस दिन पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब ने बद्र के युद्ध में विजय प्राप्त की थी. इसी जीत की शुखी में हर साल ईद के रूप में मनाया जाता है. कहा जाता 624 ई में पहली बार ईद उल फितर मनाया गया.
ऐसी होती है ईद की तैयारी
ईद के अवसर पर लोग नये-नये कपड़े पहनते हैं, आपस में गले मिलकर एक दूसरे को सेवइयां खिलाते हैं और उपहार देते हैं. इस दिन जकात यानी दान का भी काफी महत्व है, कुरान की मानें तो ईद के अवसर पर किसी गरीब व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुसार दान करने से अल्लाह की कृपा सदैव बनी रहती है.
कहां सबसे पहले देखा जाता है चांद
आमतौर पर रमजान के बाद आने वाली ईद का चांद सबसे पहले सऊदी अरब, ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के साथ अन्य पश्चिमी देशों में देखा जाता है. फिर एक दिन बाद भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य दक्षिण एशियाई देशों में इसे देखा जाता है.