Loading election data...

Ekadashi in June 2023: जून में कब-कब है एकादशी व्रत , जानें तिथि, महत्व और शुभ मुहूर्त

Ekadashi in June 2023: हिन्दुओं में एकादशी का विशेष महत्व है. इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. हर महीने में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में एकादशी आती है. भक्त अगले दिन द्वादशी तिथि को अपना उपवास खोलते हैं.

By Bimla Kumari | June 1, 2023 1:18 PM

Ekadashi in June 2023: हिन्दुओं में एकादशी का विशेष महत्व है. इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. हर महीने में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में एकादशी आती है. भक्त अगले दिन द्वादशी तिथि को अपना उपवास खोलते हैं.

Ekadashi in June 2023: तिथि और समय

योगिनी एकादशी 2023: कृष्ण पक्ष (आषाढ़ मास)

एकादशी तिथि प्रारंभ – 13 जून 2023 – 09:28 AM

एकादशी तिथि समाप्त – 14 जून – 2023 – 08:48 AM

पारण का समय – 14 जून 2023 – 05:23 AM से 08:10 AM

पारण दिवस द्वादशी समाप्ति मुहूर्त- 15 जून 2023 – 08:32

देवशयनी एकादशी 2023: शुक्ल पक्ष (आषाढ़ मास)

एकादशी तिथि प्रारंभ – 29 जून 2023 – 03:18 AM

एकादशी तिथि समाप्त – जून 30, 2023 – 02:42 AM

पारण का समय – 29 जून 2023 – 01:48 PM T 04:36 PM

पारण दिवस हरि वासर मुहूर्त – 29 जून 2023 – 08:20 AM

Ekadashi in June 2023: एकादशी का महत्व

एकादशी का अपना धार्मिक महत्व है. एकादशी के इस शुभ दिन पर, भक्त विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में शामिल होते हैं. वे मंदिरों में जाते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. ऐसा माना जाता है कि जो लोग एकादशी के दिन उपवास करते हैं, उन्हें जीवन में सभी बाधाओं से छुटकारा मिलता है और वे पिछले सभी पापों से भी मुक्त हो सकते हैं और सीधे भगवान विष्णु के निवास स्थान वैकुंठधाम में जा सकते हैं.

Ekadashi in June 2023: पूजा विधान

  • सुबह जल्दी उठकर पूजा की रस्में शुरू करने से पहले स्नान करें.

  • भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें.

  • एक दीया जलाएं, फूल, मिठाई चढ़ाएं और महा मंत्र – “ओम नमो भगवते वासुदेवाय” का जाप करके भगवान की पूजा करें.

  • इस शुभ दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए.

  • भक्तों को तुलसी दल अवश्य चढ़ाना चाहिए क्योंकि इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.

Ekadashi in June 2023: मंत्र

  1. श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा..!!

  2. हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे..!!

  3. अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम, राम नारायणम जानकी वल्लभम..!!

Next Article

Exit mobile version