कोलकाताः पश्चिम बंगाल में कोरोना की परिस्थिति नियंत्रण में है. यहां संक्रमण की दर 3.64 प्रतिशत रह गयी है. यह विधानसभा चुनाव के दौरान 33 प्रतिशत से बहुत कम है. इसलिए अभी यहां उपचुनाव कराने का सही समय है. चुनाव आयोग को तुरंत इसकी घोषणा करनी चाहिए. ये बातें बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही.
कोरोना महामारी के मद्देनजर विधानसभा का उपचुनाव टाले जाने की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से विधानसभा उपचुनाव कराने की मांग करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर सात दिन के चुनाव प्रचार की अवधि में ही उपचुनाव कराये जायें. हमें प्रचार के लिए ज्यादा समय की जरूरत नहीं है. चुनाव प्रचार के लिए सात दिन ही पर्याप्त है.
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने सुना है कि प्रधानमंत्री की अनुमति मिलने पर ही चुनाव आयोग उपचुनाव की घोषणा करेगा. इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री से चुनाव आयोग को उपचुनाव कराने की अनुमति देने अपील की है.
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उल्लेखनीय है कि सीएम ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस तीसरी बार सत्ता में आयी है, लेकिन ममता बनर्जी को पूर्वी मेदिनीपुर के नंदीग्राम विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी ने मामूली अंतर से पराजित कर दिया था. 2 मई को उन्होंने पराजय स्वीकार कर ली थी, लेकिन ममता ने कहा था कि बाद में कोर्ट जाने के रास्ते खुले हैं.
पिछले सप्ताह ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पराजय को हाइकोर्ट में चुनौती दी. चूंकि ममता बनर्जी खुद कोर्ट में मौजूद नहीं थीं, इसलिए उस दिन सुनवाई नहीं हुई. संविधान के मुताबिक, बिना विधायक निर्वाचित हुए वह मात्र छह माह तक ही सीएम रह सकती हैं. ममता की यह मियाद 5 नवंबर को समाप्त हो रही है. ऐसी स्थिति में जल्द उपचुनाव जरूरी है.
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बंगाल विधानसभा में 294 सीटें हैं. पश्चिम बंगाल में खड़दह, समशेरगंज, जंगीपुर, शांतिपुर, भवानीपुर, दीनहाटा और गोसाबा विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. नंदीग्राम में पराजित होने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भवानीपुर से उपचुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं. हाल में उनकी कैबिनेट के मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. वह विधानसभा सीट भी अब रिक्त है. ऐसा माना जा रहा है कि सीएम भवानीपुर से ही उपचुनाव लड़ेंगी.
वहीं, शमशेरगंज व जंगीपुर में प्रत्याशियों की मौत के कारण चुनाव नहीं हुए थे, जबकि खड़दह सीट पर मतदान के बाद प्रत्याशी की मौत हो गयी थी. इनके अलावा भाजपा के पांच सांसदों ने भी विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिनमें से तीन हार गये थे. पार्टी ने फैसला किया है कि बाकी दोनों भी सांसद ही रहेंगे, इसलिए उन्होंने विधानसभा की सदस्यता की शपथ नहीं ली. इसकी वजह से शांतिपुर व दीनहाटा विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होंगे.
नंदीग्राम के चुनाव परिणाम को चुनौती देने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की याचिका पर गुरुवार को कलकत्ता हाइकोर्ट में न्यायाधीश कौशिक चंद की अदालत में सुनवाई होगी. ममता बनर्जी ने शुभेंदु अधिकारी पर मतगणना में धांधली का आरोप लगाया है. गुरुवार को सुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोर्ट में उपस्थित रह सकती हैं.
Posted By: Mithilesh Jha