कोलकाता : पश्चिम बंगाल समेत 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले रिटर्निंग ऑफिसर्स (निर्वाचन पदाधिकारियों) को इम्तहान से गुजरना होगा. चुनाव आयोग खुद यह परीक्षा लेगा. आयोग का कहना है कि चुनाव के लिए अधिकारी खुद कितने तैयार हैं, इसका पता लगाने के लिए यह परीक्षा ली जा रही है.
आयोग ने कहा है कि यदि परीक्षा देने वाले अधिकारी जरूरी नंबर नहीं ला पाये, तो उन्हें फिर से प्रशिक्षण लेना होगा. प्रश्न पत्र दो भागों में बंटा होगा. एक-एक नंबर के 20 प्रश्न पूछे जायेंगे. पार्ट-ए को नाम दिया गया है ‘मस्ट नो विभाग’. यानी इन विषयों की जानकारी आपको होनी ही चाहिए. 10 नंबर के इस पार्ट में प्रतिभागियों को 8 नंबर लाना अनिवार्य होगा.
पार्ट-बी को ‘जान भी सकते हैं विभाग’ नाम दिया गया है. इस पार्ट में भी 10 नंबर के प्रश्न पूछे जायेंगे. 10 में से 5 अंक लाना अनिवार्य होगा. 5 अंक हासिल करने वाले रिटर्निंग ऑफिसर पास माने जायेंगे. हां, सवालों के जवाब देने के लिए अधिकारियों को 30 मिनट का वक्त मिलेगा.
चुनाव आयोग ने कहा है कि यदि ऐसा देखा गया कि कुछ रिटर्निंग ऑफिसर इम्तहान में जरूरी अंक हासिल नहीं कर पाये हैं, तो उन्हें फिर से प्रशिक्षण लेना होगा. चुनाव आयोग ने परीक्षा के आयोजन का जिम्मा इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट (आईआईआईडीईएम) को सौंपा है.
सभी 5 राज्यों के नोडल ऑफिसर को बता दिया गया है कि वे मंगलवार (23 फरवरी) को होने वाली परीक्षा का लिंक रिटर्निंग ऑफिसर्स को भेज दें. इम्तहान से पहले पदाधिकारियों की हर समस्या का समाधान परीक्षा नियामक संस्था के लोग करेंगे. कन्फ्यूजन हो या मन में कोई प्रश्न, तो उसका जवाब आईआईआईडीईएम के अधिकारियों से पूछ सकेंगे.
इस क्लास के बाद ही परीक्षा शुरू होगी. पश्चिम बंगाल के 294 रिटर्निंग ऑफिसर परीक्षा में बैठेंगे. चुनाव संचालन में कोई दिक्कत न आये, इसलिए पदाधिकारियों को पूरी तरह से ट्रेंड किया जा रहा है. चुनाव के दौरान किसी भी परिस्थिति से कैसे निबटेंगे, किस स्थिति में कौन सा फैसला लेंगे, उन्हें इसके गुर सिखाये जा रहे हैं.
Posted By : Mithilesh Jha