पूर्वी सिंहभूम (बरसोल), गौरब पाल : बरसोल के पारुलिया, खांडामौदा, गोपालपुर, खेडुआ, सांड्रा आदि पंचायत के खेत में आधे से ज्यादा जगह में बांस पर खींचे गए बिजली के तार किसी दुर्घटना को आमंत्रित कर रहे हैं. कई बांस टेढ़े हो गए हैं. यहां बड़ी संख्या में मवेशी घास चरते हैं. कई जगह पास में ही गांव से सटा हुआ है. जानकारी के मुताबिक खेत में सेलो बोरिंग का मोटर चलाने के लिए बांस पर तार खींचकर ले जाया गया है. बरसात और आंधी में बांस सहित बिजली के तार के गिरने की संभावना बनी हुई है. ऐसे में कोई इंसान या फिर कोई मवेशी इसकी चपेट में आ सकता है. ग्रामीणों का भी कहना है कि इस तरह से बांस पर बिजली का तार खींचना खतरनाक साबित हो सकता है. इसमें आए दिन घरेलू पशु, सांड आदि तार की चपेट में आकर मौत हो जा रही है.
क्षेत्र में कुमारडूबि व धोबाचांदड़ा बड़ा तालाब के उपर से गुजर रहा 11 हजार वोल्ट का तार एक बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित कर रही है. यह तार पिछले कई वर्षों से जर्जर अवस्था में तलाब के बीचोबीच महज सात से आठ फीट उपर झूल रही है. इतने नजदीक से गुजर रहे मौत के तार से लोग अब तक अंजान व बेखबर हैं. इस तलाब में आस पास कुमारडूबि हरिजन टोला तथा आस पास काफी लोग निवास करते है. और हर दिन दर्जनों लोग नहाने व कपड़ा धोने आदि काम करते रहते हैं. जानवर भी पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं. तालाब में दिन भर लोगों की भीड़ लगी रहती है.
वहीं, तलाब के उपर झूलता जर्जर तार हर वक्त दुर्घटना को आमंत्रित करती रहती है. इसके बावजूद दुर्घटना को आमंत्रित कर रही बिजली के तार से लोग अनजान व बेखबर हैं. हालांकि स्थानीय लोगों ने वकील जोतिर्मय दास को बताया था. उन्होंने बिजली विभाग को इस बारे में अवगत कराया था. पिछले दिनों विभाग द्वारा कुमारडूबि बड़ा तालाब के किनारे खंबा गाड़ कर छोड़ दिया गया लेकिन बिजली के तार स्थानांतरण नहीं किया गया है. इसकी शिकायत कई बार बिजली विभाग व संबंधित मिस्त्री से शिकायत किया. और तलाब के उपर से गुजरे तार को तलाब किनारे से ले जाने की मांग किया.पर आज तक किसी ने इस बड़ी दुर्घटना पर ध्यान नहीं दिया.
बिजली की 11 हजार वोल्टेज की हाई टेंशन तार किसी के घर के छतों पर महज चार-पांच फीट उंचाई से गुजर रही हो तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां रहने वालों की स्थिति क्या होगी. ऐसी ही जानलेवा दौर से गुजर रहे हैं कुमारडूबि गांव के मंटू देहुरी के परिजन. हो सके कि बहत पहले तार खींचा होगा उस समय तालाब नहीं रहा होगा. या फिर तालाब के बाद भी खींचा होगा. उसको स्थानतरण किया जाएगा. थोड़ा समय लगेगा. अगर ज्यादा लंबा रास्ता होगा तो काम होने में थोड़ा देरी होगा. अगर नजदीक से 1-2 खंबा का काम होगा तो जल्दी हो जाएगा.
– दिवाकर उरांव, जेई, बिजली विभाग, बहरागोड़ा.
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