झरिया कोयलांचल में बिजली संकट, बूंद-बूंद पानी को तरसी 12 लाख की आबादी
झरिया व पुटकी क्षेत्र में जलापूर्ति पूरी तरह ठप है. जमाडा सहित झरिया शहर के झरिया वन एवं झरिया टू, रमजानपुर, पाथरबंगला, भागा गाड़ीवान पट्टी आदि क्षेत्रों में बिजली बाधित होने से प्रभावित क्षेत्र की लगभग 12 लाख आबादी को जलसंकट से जूझना पड़ रहा है.
झरिया कोयलांचल में ब्लैक आउट होने से जहां लाखों की आबादी को बिजली संकट झेलना पड़ा, वहीं पानी के लिए दर-ब-दर भटकना पड़ा. गुरुवार देर रात बिजली के आने-जाने का सिलसिला लगा रहा. इस कारण जलापूर्ति सुचारु नहीं हो सकी. बताया जाता है कि बुधवार की रात गोधर फीडर सेंटर का 33 हजार वोल्ट तार जामाडोबा आरएस फीडर के 33 हजार वोल्ट के तार पर टूट कर गिर गया. इससे जमाडा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट जामाडोबा में बुधवार दोपहर 12 बजे से लेकर शाम छह बजे तक बिजली नहीं थी. देर शाम 6.15 बजे बिजली बहाल हुई, लेकिन देर रात करीब दो बजे पुन: विद्युत आपूर्ति बाधित हो गयी. उससे प्लांट में जल भंडारण नहीं हो सका.
झरिया व पुटकी क्षेत्र में जलापूर्ति पूरी तरह ठप है. जमाडा सहित झरिया शहर के झरिया वन एवं झरिया टू, रमजानपुर, पाथरबंगला, भागा गाड़ीवान पट्टी आदि क्षेत्रों में बिजली बाधित होने से प्रभावित क्षेत्र की लगभग 12 लाख आबादी को जलसंकट से जूझना पड़ रहा है. बुधवार को जमाडा सब-स्टेशन से प्लांट जाने वाले तार में खराबी के कारण पांच घंटे बिजली ठप होने पर पानी सप्लाई नहीं हो सकी. जमाडाकर्मियों ने बताया कि बुधवार की रात करीब दो बजे बिजली ठप हो गयी. इस कारण जल भंडारण गृह के 12 व 9 एमजीडी टंकी में जल भंडारण नहीं किया जा सका. जमाडा के कनीय अभियंता आशुतोष राणा ने बताया कि बिजली आपूर्ति ठप होने से जल भंडारण कार्य नहीं हो सका है. बिजली बहाल होते ही पानी की सप्लाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा मरम्मत कार्य के बाद जल्द ही बिजली बहाल करने का आश्वासन दिया है.
डीवीसी में ब्रेकडाउन व गोधर में 33 हजार वोल्ट के तार पर दूसरा तार गिरने से तकनीकी गड़बड़ी हो गयी थी. उसे ठीक कर विद्युतापूर्ति बहाल कर दी गयी है.
-मनीष चंद्र पूर्ति, कार्यपालक अभियंता, झरिया विद्युत प्रमंडल
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