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Electronic Manufacturing Cluster In Jharkhand : पूर्वी भारत में निवेश का सबसे बड़ा गेटवे बनेगा झारखंड, इस जिले में होगा इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर का निर्माण

कोल्हान प्रमंडल आदित्यपुर में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर निर्माण की परिकल्पना साकार होने जा रही है. जो कि पूर्वी भारत में निवेश का सबसे बड़ा गेटवे होगा.

By Prabhat Khabar News Desk | February 6, 2021 7:13 AM

Electronic Manufacturing Cluster In Jharkhand, bigest electronic manufacturing cluster in east india सरायकेला : कोल्हान प्रमंडल में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर निर्माण की परिकल्पना साकार होने जा रही है. यह कलस्टर पूर्वी भारत में निवेश का सबसे बड़ा गेटवे साबित होगा. 29 दिसंबर 2020 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस कलस्टर में निर्मित आधारभूत संरचनाओं का उदघाटन किया था. अब वह दिन दूर नहीं, जब खनिज के क्षेत्र में अपनी पहचान स्थापित कर चुके झारखंड को इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में भी जाना जायेगा.

electronic manufacturing cluster meaning in hindi, क्या है इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर :

इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर एक विशेष औद्योगिक पार्क है. इस परियोजना की कुल लागत 186 करोड़ है. इसमें 41.48 करोड़ रुपये केंद्रीय अनुदान, 50 करोड़ का अनुदान जियाडा और 60 करोड़ रुपये का विशेष अनुदान राज्य सरकार ने दिया है. आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में 82 एकड़ भूमि पर कलस्टर का निर्माण हो रहा है. 51 इकाइयों के लिए भूमि उपलब्ध करायी जायेगी. कलस्टर में टेस्टिंग सेंटर, ट्रेड पैवेलियन, ट्रक पार्किंग, वेयर हाउस, स्कूल, शॉपिंग मॉल, हेल्थ सेंटर, हॉस्टल, रेस्टोरेंट, रोड, नाली, स्ट्रीट लाइट व अन्य मूलभूत सुविधाएं होंगी.

49 एकड़ भूमि 51 उद्यमियों के लिए आरक्षित :

इस कलस्टर में 49 एकड़ भूमि इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनानेवाले 51 उद्यमियों के लिए आरक्षित है. इसके अतिरिक्त पांच एकड़ भूमि में फ्लैटेड फैक्ट्री बनायी गयी है. इसमें 92 उद्यमियों को प्लग एंड प्ले मोड पर छोटे पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक असेंबली लाइन शुरू करने के लिए आवंटित किया जा रहा है.

कुछ उद्यमियों के लिए प्लग एंड प्ले मोड के तहत यूनिट का आवंटन भी हो चुका है. यहां भूमि की कीमत 90 लाख रुपये प्रति एकड़ है और जियाडा विनियमन के अनुसार उद्यमियों को भूमि इकाइयों के लिए 50 प्रतिशत रियायत पर दी गयी है. फ्लैटेड फैक्ट्री में तैयार इकाइयां 15 रुपये प्रति वर्ग फीट की दर पर उपलब्ध करायी जा रही है. फ्लैटेड फैक्ट्री में इकाइयों का आकार 12 सौ वर्ग फीट से 21 सौ वर्ग फीट तक है.

45 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

500 करोड़ का निवेश होगा

मैन्युफैक्चरिंग हब की दिशा में झारखंड का पहला कदम है आदित्यपुर में बन रहा इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर

29 दिसंबर 2020 को सीएम हेमंत सोरेन ने इस कलस्टर

में निर्मित आधारभूत संरचनाओं का किया था उदघाटन

23 इकाइयों को आवंटित की जा चुकी है जमीन

यूनिट शुरू करने के लिए अब तक 23 इकाइयों को कलस्टर में जमीन आवंटित की जा चुकी है. चार इकाइयों को भूमि उपलब्ध कराने की प्रक्रिया चल रही है. 23 उद्यमियों द्वारा फैक्ट्री का निर्माण किया जा रहा है. कलस्टर में सभी उद्यमियों द्वारा अपनी इकाइयों को स्थापित कर दिया जाता है, तो लगभग 20 हजार प्रत्यक्ष एवं लगभग 25 हजार अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन एवं करीब 500 करोड़ रुपये का निवेश झारखंड में सुनिश्चित होगा.

सीएम ने मॉनिटरिंग का दिया है निर्देश

इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर पर वर्तमान सरकार का पूरा ध्यान है. इस कलस्टर में उद्यमियों द्वारा शीघ्र इकाई का निर्माण पूर्ण कर उत्पादन प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा उद्योग सचिव को मॉनिटरिंग का निर्देश दिया गया है. इस क्रम में उद्योग सचिव द्वारा पिछले दिनों कलस्टर का दौरा कर नये निवेश को बढ़ावा देने से संबंधित निर्देश पदाधिकारियों को दिया गया है.

मैन्युफैक्चरिंग हब की दिशा में झारखंड का पहला कदम है.

आदित्यपुर में बन रहा इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर

29 दिसंबर 2020 को सीएम हेमंत सोरेन ने इस कलस्टर में निर्मित आधारभूत संरचनाओं का किया था उदघाटन

Posted By : Sameer Oraon

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