झारखंड: हथिनी को क्यों श्रद्धांजलि दे रहीं डीएफओ ममता प्रियदर्शनी? 24 घंटे में दो मादा हाथियों की हो गयी मौत

हथिनी माचाडीहा में गुरुवार की सुबह से ही शांत भाव से खड़ी थी. हथिनी की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलते ही वन विभाग द्वारा उसके पीने के लिए पानी और भोजन की व्यवस्था करायी गयी. सुबह से वनरक्षियों की टीम मादा हाथी की निगरानी करने में जुटी थी.

By Guru Swarup Mishra | November 2, 2023 7:35 PM

चाकुलिया(पूर्वी सिंहभूम),राकेश सिंह: पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया वन क्षेत्र अंतर्गत माचाडीहा के समीप गुरुवार को एक हथिनी की मौत हो गयी. 24 घंटे के भीतर चाकुलिया में यह मादा हाथी की दूसरी मौत है. वन विभाग इसे करंट से मौत मानकर जांच-पड़ताल में जुटा है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का खुलासा हो सकेगा. मृत हथिनी का पोस्टमार्टम डॉ राजेश कुमार सिंह एवं डॉ मनोज कुमार महंता द्वारा संयुक्त रूप से किया गया. डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम के बाद हथिनी का हृदय, फेफड़ा, किडनी समेत कई अंगों को संरक्षित कर लिया है, जिसे फॉरेंसिक एवं बिसरा जांच के लिए इंडियन वेटनरी इंस्टीट्यूट बरेली भेजा जाएगा. आपको बता दें कि बुधवार की सुबह एक मादा हाथी का शव चाकुलिया स्थित बड़ामारा पंचायत के ज्वालभांगा मारेडीह टोले से बरामद हुआ था. सूचना पाकर डीएफओ ममता प्रियदर्शनी, रेंजर दिग्विजय सिंह, घाटशिला रेंजर विमद कुमार, जमुआ पंचायत की मुखिया फुलमनी मुर्मू आदि मौके पर पहुंचे. मृत हथिनी को श्रद्धांजलि देकर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. इसके बाद हथिनी को उसी स्थान पर दफना दिया गया. इस जगह पर विभागीय पदाधिकारियों ने पीपल का पौधा लगाया.

सुबह से बीमार अवस्था में माचाडीहा में खड़ी थी हथिनी

जानकारी मिली कि गुरुवार की सुबह से ही एक जंगली हथिनी माचाडीहा में शांत भाव से खड़ी थी. हथिनी की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलते ही वन विभाग द्वारा उसके पीने के लिए पानी और भोजन की व्यवस्था करायी गयी. सुबह से वनरक्षियों की टीम मादा हाथी की निगरानी करने में जुटी थी. गुरुवार की दोपहर लगभग 12:00 बजे हथिनी हवाई पट्टी से जमुआ जाने वाली मुख्य सड़क पर आ गई. इस दौरान हथिनी को देखने के लिए काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई थी. जमुआ पंचायत के पूर्व मुखिया प्रभास हांसदा की बाइक सड़क के किनारे खड़ी थी. हथिनी ने सूंड से धक्का देकर बाइक को गिरा दिया. फिर आगे बढ़ गई. वन विभाग द्वारा खोदे गए ट्रेंच को पार करते ही हथिनी ने दम तोड़ दिया.

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संदेश के घेरे में है मादा हाथियों की मौत

दो दिनों में दो मादा हाथियों की चाकुलिया में हुई मौत ने वन विभाग को झकझोर कर रख दिया है. वन विभाग के पदाधिकारी अब बिजली विभाग के खिलाफ कार्रवाई करने के मूड में दिख रहे हैं. पिछले सोमवार को 15 जंगली हाथियों का झुंड चाकुलिया स्थित कमारीगोड़ा तालाब के समीप पहुंच गया था. थोड़ी ही दूर में एक स्थानीय राइस मिल से निकलने वाले गंदे पानी के तालाबनुमा गड्ढे के दूसरे छोर पर धान के खेत हैं. झुंड से निकलकर 5-6 की संख्या में जंगली हाथी तालाब के किनारे बने मेड़ पर चढ़ गए. मेड़ से महज 5 फीट की ऊंचाई पर 11000 वोल्ट का तार गुजरा था. मेड़ पर चढ़ते ही जंगली हाथी बिजली के तार की चपेट में आ गए.

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जंगली हाथियों की निगरानी में जुटा वन विभाग

वन विभाग अब तक सिर्फ एक मादा हाथी के ही बिजली के तार की चपेट में आने से मौत की बात मानकर निश्चिंत था. 24 घंटे के भीतर दूसरी हथिनी की मौत ने सवालिया निशान खड़ा कर दिया. हथिनी के सिर पर कुछ निशान दिखाई पड़ रहे हैं. इससे कई तरह की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल वन विभाग जंगली हाथियों की निगरानी में जुटा है. हालांकि मौत से पहले मादा हाथी को पतला दस्त करते हुए देखा गया था.

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