Loading election data...

झारखंड के हजारीबाग में हाथियों का उत्पात, घर तोड़े, फसलों को रौंदा, ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग

Jharkhand News: हाथियों ने रातभर उत्पात मचाया. दर्जनों घर तोड़ दिए एवं फसलें बर्बाद कर दीं. ग्रामीणों ने फसलों के नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है. इधर, वन क्षेत्र पदाधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों को नहीं छेड़ें. इससे हाथी और उग्र हो जायेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2022 3:03 PM

Jharkhand News: झारखंड के हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड की सीकरी पंचायत अंतर्गत ऊपर मोहडर में जंगली हाथियों ने रातभर उत्पात मचाया. उग्र हाथियों के झुंड ने दर्जनों घर तोड़ डाले एवं लाखों रुपये की फसलें बर्बाद कर दीं. ग्रामीणों ने फसलों के नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है. इधर, वन क्षेत्र पदाधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों को नहीं छेड़ें. इससे हाथी और उग्र हो जायेंगे. आपको बता दें कि झारखंड में आए दिन हाथियों द्वारा उत्पात मचाया जाता है. इस दौरान न सिर्फ घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है, बल्कि फसलें भी रौंद दी जाती हैं. इससे किसानों की परेशानी बढ़ जाती है.

घर तोड़े एवं फसलों को किया बर्बाद

बड़कागांव की सीकरी पंचायत के ऊपर मोहडर में जंगली हाथियों ने रात में जमकर उत्पात मचाया. उग्र हाथियों के झुंड ने दर्जनों घरों को तोड़ दिया. इसके साथ ही फसलों को भी रौंद डाला. ग्रामीणों ने मुआवजा देने की मांग की है. इधर, वन क्षेत्र पदाधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों को नहीं छेड़ें. इससे हाथी और उग्र हो जायेंगे. समाजसेवी टेकलाल महतो ने जानकारी दी है कि बुधन महतो (पिता मधु महतो), तिलेश्वर भुइयां (पिता धनु भुइयां), फुकली देवी (पति सहादेव महतो) एवं कंडबेरवा के चरक महतो (पिता झरी महतो), तनु महतो, गीता देवी, करमी देवी, सुगंती देवी, आयुष अंकुश, तिलेश्वर भुइयां के घर को हाथियों ने तोड़ दिया है. इसके साथ ही गेहूं, जौ, प्याज, लहसुन समेत अन्य फसलों को बर्बाद कर दिया.

Also Read: Jharkhand News: NTPC के त्रिवेणी सैनिक के मजदूर की सड़क हादसे में मौत, पदाधिकारी ने दिया ये आश्वासन
फसलों के नुकसान का मुआवजा

बड़कागांव वन क्षेत्र पदाधिकारी छोटेलाल से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि अभी उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. फिर भी उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे हाथियों को नहीं छेड़ें, नहीं तो हाथी और उग्र हो जायेंगे. इस संबंध में वार्ड सदस्य रमेश कुमार सहित अन्य ग्रामीणों ने हाथियों से फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है.

Also Read: झारखंड में बाइक विवाद में नशे में धुत युवक ने अपने पिता व भाई को लाठी से पीट-पीटकर मार डाला, गया जेल

रिपोर्ट: संजय सागर

Next Article

Exit mobile version