Loading election data...

लोहरदगा में घूम रहा 35 हाथियों का झुंड, मकान को किया ध्वस्त, फसल को रौंदा, ग्रामीण कर रहे रतजगा

Lohardaga News: बताया जाता है कि इस झुंड में करीब 35 हाथी हैं. हाथियों का यह झुंड रविवार को शाम लगभग आठ बजे कुड़ू थाना क्षेत्र के राजरोम होते हुए बरवाटोली उडराडीपा गांव पहुंचा था.

By Mithilesh Jha | October 18, 2022 8:31 PM

झारखंड की राजधानी रांची से 73 किलोमीटर दूर स्थित लोहरदगा जिला में हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया. मकान को ध्वस्त कर दिया. खेत में खड़ी फसल को रौंद दिया. मसोमात दहली उराईन के घर को हाथियों के झुंड ने पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया.

लोहरदगा में घूम रहा है 35 हाथियों का झुंड

बताया गया है कि हाथियों का झुंड रविवार की देर शाम कुड़ू तथा चंदवा थाना की सीमा पर स्थित बरवाटोली गांव में पहुंचा. यहां हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया. बताया जाता है कि इस झुंड में करीब 35 हाथी हैं. हाथियों का यह झुंड रविवार को शाम लगभग आठ बजे कुड़ू थाना क्षेत्र के राजरोम होते हुए बरवाटोली उडराडीपा गांव पहुंचा था.

Also Read: शहर में आये दो हाथी, लोगों ने फोटो लेना शुरू किया, तो पहुंच गये लोहरदगा सदर थाना और वहां से कूच कर गये जंगल की ओर

टिकुवा भगत के मकान को हाथियों ने किया क्षतिग्रस्त

गांव में पहुंचने के बाद हाथियों ने स्व टिकुवा भगत के मकान को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. हाथियों का झुंड जिस समय मकान को ध्वस्त कर रहा था, उस समय खाना खाने के बाद मसोमात दहली उराईन, उनकी पुत्री तथा बच्चे घर के अंदर ही थे.

मसोमात दहली उराईन के घर नहीं जला चूल्हा

दहली उराईन ने बताया कि हाथियों ने मकान को तो ध्वस्त कर ही दिया, घर में रखे अनाज भी हाथी खा गये. खाना बनाने के सभी बर्तनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. घर में रखे मक्का, चावल तथा अन्य अनाज को खा गये. घर को तबाह करने के बाद हाथियों का यह झुंड बरवाटोली करमडीपा की तरफ चला गया.

Also Read: कोयल नदी में गिरे हाथी का बच्चा पूरी तरह स्वस्थ, पशु चिकित्सक की देखरेख में हो रहा इलाज

रतजगा कर रहे ग्रामीण, वन विभाग ने की ये अपील

दहली उराईन ने बताया कि सभी बर्तनों को हाथियों ने नष्ट कर दिया. वहीं, घर में रखे अनाज भी खा गये. इसलिए सोमवार को घर में चूल्हा तक नहीं जल पाया. वन विभाग ने अपील की है कि ग्रामीण हाथियों को न छेड़ें. न ही हाथियों को परेशान करें. हाथियों के डर से बरवाटोली, राजरोम, चेटर, रूद, नावाटोली, फरसाटोली तथा अन्य गांवों के ग्रामीणों रातजगा कर रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version