Jharkhand News: झारखंड में हाथियों का उत्पात नहीं थम रहा है. कोल्हान प्रमंडल की बात हो या सिमडेगा, कोडरमा या लातेहार जिला. सभी जगह हाथियों के उत्पात से ग्रामीण परेशान है. आये दिन हाथी किसी गांव में आकर ना सिर्फ घरों को क्षतिग्रस्त पहुंचा रहा है, बल्कि घर में रखे अनाज और खेतों में खड़ी फसलों को खाकर बर्बाद कर रहा है. अब तो ग्रामीण भी हाथियों के उत्पात से डरे-सहमे नजर आते हैं.
जगन्नाथपुर में हाथियों ने चार घरों को तोड़ा, छह क्विंटल धान व 35 किलो चावल किया चट
पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के छोटा महुलडीहा गांव में 23 जंगली हाथियों के झुंड ने धावा बोला. रात लगभग 10 बजे झुंड कालापहाड़ हेंदेबरु जंगल से निकलकर छोटा महुलडीहा गांव पहुंचा. हाथियों को देख कर लोग घरों से निकलकर टिना पीटने लगे, पटाखे छोड़ कर हाथियों को भगाया गया. लोग घरों से निकल कर सुरक्षित जगह जाने लगे. हाथियों ने गांव में लगभग तीन घंटे उत्पात मचाया. खेतों में लगी धान की फसल को रौंद डाला. भागने के क्रम में हाथियों ने गांव के अंतिम छोर में बने चार घरों को निशाना बनाया. हाथियों ने छोटा महुलडीहा के प्रकाश लागुरी के घर को तोड़ दो क्विंटल धान को खाया. इसी गांव के डीपासाही टोला में मानेया अंगारिया के घर को तोड़ कर एक क्विंटल धान खाया. काटेपाड़ा गांव के पातर गुटू टोला के नीलमणि हेस्सा का घर तोड़ एक क्विंटल धान और 20 किलो चावल खाया. वहीं, श्रीमती हेस्सा के घर को तोड़ कर दो क्विंटल धान और 15 किलो चावल चट कर गए. हाथियों ने विचरण करते सब्जियों के बागान को भी पैरों से रौंद डाला.
जिप ने नुकसान का लिया जायजा, मुआवजा का आश्वासन
घटना की खबर पाकर जिप सदस्य मानसिंह तिरिया प्रभावित गांवों का दौरा कर पीड़ित परिवार से मिले. उन्होंने नुकसान का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों को सरकार और वन विभाग की ओर से मुआवजा दिलाने में पूरा सहयोग करने का भरोसा दिया. तिरिया ने कहा 22 हाथियों का झुंड क्षेत्र में एक सप्ताह से डेरा डाले हैं. फिर भी अभी तक हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने की कोई पहल नहीं हुई. विभाग हाथी को भगाने की पहल करे.
चार दिनों से झुंड मचा रहा उत्पात
इधर, हाथियों का झुंड उत्पात मचाने के बाद फिर हेंदेबरु जंगल की ओर चला गया. विदित हो कि विगत चार दिनों से 23 हाथियों का एक झुंड हेंदेबरु जंगल में डेरा जमाए है. अब तक लखीपाई, मासबिल, पट्टाजैंत, घोड़ाडीह, छोटामाहुलडीहा, दीपासही, काटेपड़ा आदि गांवों में उत्पात मचाया है. लोग दहशत में हैं.
लातेहार में हाथियों के झुंड ने तीन घरों को क्षतिग्रस्त किया
लातेहार जिला अंतर्गत गणेशपुर पंचायत के कारीमाटी गांव में बुधवार की देर रात हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया. इस दौरान हाथी तीन घरों को क्षतिग्रस्त कर उसमें रखा अनाज खा गये. हाथी प्राथमिक विद्यालय कारीमाटी की खिड़की तोड़ कर वहां रखा अनाज भी खा गये. ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों ने चरका यादव, छट्ठू यादव व राजू उरांव के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया. साथ ही कई किसानाें के खेतों में लगी फसलों को रौंद दिया. बाद में ग्रामीणों ने किसी तरह टॉर्च और मशाल की मदद से हाथियों को खदेड़ा. गुरुवार की सुबह राजद प्रखंड अध्यक्ष प्रीतलाल यादव ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली. उन्होंने वन विभाग से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है. इधर, भाजपा प्रखंड अध्यक्ष लक्ष्मण कुशवाहा व अमित कुमार ने भी पीड़ित परिवार को मदद दिलाने की बात कही है.
कोडरमा के जयनगर में हाथियों ने तोड़ी रेलवे की चहारदीवारी
कोडरमा जिला अंतर्गत जयनगर प्रखंड क्षेत्र की बराकर नदी के आसपास के जंगलों में डेरा डाले 15 हाथियों के झुंड से ग्रामीण दहशत में हैं. पिछले दिनों हाथियों ने गडगी गांव में जमकर उत्पात मचाया था. वहीं, बुधवार की रात डेडीकेटेड फ्रेट कोरिडोर को लेकर रेलवे द्वारा की जा रही चहारदीवारी को हाथियों ने तोड़ दिया.
सिमडेगा के ठेठईटांगर में हाथी ने घर तोड़ कर खाया अनाज
दूसरी ओर, सिमडेगा जिला अंतर्गत ठेठईटांगर प्रखंड की मेरोमडेगा पंचायत के पहाड़टोली में हाथी ने एक मकान को क्षतिग्रस्त कर घर में रखे अनाज खा गये. झुंड से बिछड़े एक हाथी पहाड़टोली पहुंचा. असरिता डुंगडुंग के प्रधानमंत्री आवास को क्षतिग्रस्त कर मकान में रखे लगभग चार क्विंटल धान खा गये. घटना में अन्य सामान भी बर्बाद हो गये हैं. घटना की जानकारी मिलने पर मुखिया लक्ष्मी बड़ाइक के पति बसंत बड़ाइक ने प्रभावित परिवार से मुलाकात कर वन विभाग से क्षतिपूर्ति राशि दिलाने का आश्वासन दिया व चावल उपलब्ध कराया.