नोएडा : यूट्यूबर एल्विश यादव, जिस पर रेव पार्टियों में सांप के जहर का इस्तेमाल करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है, उसे राजस्थान के कोटा ग्रामीण पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया . नोएडा पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. फरार होने के बाद राजस्थान में पहुंच गया था एल्विश यादव. पुलिस को देख नाकाबंदी तोड़कर भागने की कोशिश कर रहे एल्विश को कोटा ग्रामीण के रामगंज सुकेत से पुलिस ने पकड़ लिया. एल्विश की गाड़ी भी जब्त कर ली. पूछताछ के बाद कोटा ग्रामीण पुलिस ने उसे छोड़ दिया है. एल्विश को पड़कर कोटा पुलिस ने नोएडा पुलिस को सूचना दी थी.नोएडा पुलिस से बात करने के बाद उसे छोड़ा गया. पुलिस ने मुदकमे में वांटेड होने से इंकार किया है. राजस्थान के DGP उमेश मिश्रा ने इसकी पुष्टि की है. इससे पूर्व शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि यूट्यूबर एल्विश यादव, जिस पर रेव पार्टियों में सांप के जहर का इस्तेमाल करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है, ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के घर का दौरा किया और गणपति की आरती की. “यह कैसा गठबंधन है? सांप का जहर बेचने वाला देश का सबसे बड़ा ड्रग माफिया एल्विश यादव सीएम आवास पर आता है. उनके आवास पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया और फिर उन्होंने गणेश आरती की. क्या सीएम को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि उनके यहां कौन आता है बंगला? क्या महाराष्ट्र ड्रग्स रैकेट सीएम के संरक्षण में संचालित हो रहा है?” संजय राऊत ने कहा.
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता अतुल लोंढे ने शुक्रवार को यही मुद्दा उठाया और पूछा कि एकनाथ शिंदे ने एल्विश यादव को सीएम के आधिकारिक आवास पर पूजा के लिए क्यों आमंत्रित किया. “क्या मुख्यमंत्री आवास अब अपराधियों के लिए पर्यटन स्थल है? एल्विश यादव जैसे यूट्यूबर, जिस पर सांप की दवाओं के साथ रेव पार्टियां आयोजित करने का आरोप है, को विशेष रूप से सीएम के आधिकारिक आवास पर एक पूजा के लिए आमंत्रित किया गया था, अतुल लोंढे ने एल्विश की आरती करते हुए और शिंदे की ओर देखते हुए एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा.
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भाजपा सांसद मेनका गांधी के एनजीओ पीपल फॉर एनिमल्स द्वारा दी गई सूचना पर कार्रवाई करते हुए नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को सांप का जहर बेचने वाले रैकेट के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया. एफआईआर में मेनका गांधी के एनजीओ द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर यूट्यूबर एल्विश यादव को आरोपियों में से एक के रूप में नामित किया गया है. जहां एल्विश यादव ने बीजेपी सांसद की आलोचना की और जांच में सहयोग का आश्वासन देते हुए सभी आरोपों का खंडन किया, वहीं मेनका गांधी ने कहा कि उनके एनजीओ के लोगों ने खुद एल्विश यादव से जांच शुरू की और उन्होंने सांप के जहर के लिए अपने एजेंटों का संपर्क प्रदान किया. एनजीओ को जानकारी थी कि एल्विश दुर्लभ सांपों को खरीदता है और उनका इस्तेमाल अपने वीडियो और रेव पार्टियों के लिए करता है. पांचों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. मेनका गांधी ने एल्विश यादव की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की और इसे ग्रेड वन वन्यजीव अपराध बताया जिसमें तीन साल की कैद की सजा हो सकती है.