Mathura: मथुरा जिले के गोवर्धन क्षेत्र में पुलिस की साइबर ठगों से मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में दो साइबर ठग पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं पुलिस को इन साइबर ठगों के पास से मोबाइल फोन, फर्जी पहचान पत्र, तमंचा और कारतूस भी बरामद हुए हैं.
दरअसल, थाना गोवर्धन क्षेत्र के आधा दर्जन गांव मथुरा के जामताड़ा की तरह बन गए हैं. यहां के युवक साइबर ठगी करने में एक्सपर्ट हैं. साइबर ठगी पर अंकुश लगाने के लिए गोवर्धन पुलिस, स्वाट और सर्विलांस टीम जॉइंट ऑपरेशन चला रहे हैं. इसी के तहत मंगलवार की सुबह करीब 4 बजे पुलिस की साइबर ठगों के साथ मुठभेड़ हो गई. थाना गोवर्धन पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि साइबर ठगी करने वाले देवसेरस गांव के रहने वाले शब्बीर पुत्र जफरू और जितेंद्र प्रजापति पुत्र लक्ष्मण डीग राजस्थान की तरफ जा रहे हैं.
सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने जब देवसेरस गांव की तरफ से आ रही मोटरसाइकिल को टॉर्च की रोशनी दिखाकर रुकने का इशारा किया तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी. जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की. जिसमें दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगने से घायल हो गए. जिन्हें गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया.
पुलिस ने मुठभेड़ में घायल शब्बीर और जितेंद्र के पास से 20 सिम कार्ड, 4 एंड्रॉयड फोन, 2 फर्जी पहचान पत्र, 2 तमंचा, 8 कारतूस के अलावा 1 बिना नंबर की अपाचे मोटरसाइकिल बरामद की है. एसपी देहात त्रिगुन विशेन ने बताया कि 307, 420, 467, 468, 471, 414 व आर्म्स एक्ट 3/25 में कार्यवाही की गई है.
मथुरा शहर कोतवाली के सिपाही पर अंगूर की बेटी का नशा इस कदर हावी हो गया कि वह अपनी सुधबुध खो बैठा और सुभाष नगर नाले में जा गिरा. इसकी जानकारी लोगों को हुई तो उन्होंने कोतवाली पुलिस को जानकारी दी. कोतवाली पुलिस ने उसे नाले से बाहर निकाला और जिला अस्पताल में भर्ती कराया. रविवार रात कोतवाली में तैनात एक पुलिसकर्मी ने शराब का इतना सेवन कर लिया कि वह अपने होश खो बैठा.
गुरुद्वारे के सामने से गुजरने के दौरान वह किसी तरह सुभाष नगर नाले में गिर गया. पुलिसकर्मी को नाले में गिरा देख वहां लोगों की भीड़ लग गई. लोगों ने उसे बाहर निकालने का प्रयास किया तो वह सफल नहीं हुए. अंत में कोतवाली पुलिस को सूचना दी. कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और सिपाहियों ने नाले में उतरकर अपने साथी को बाहर निकाला और उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया.