Loading election data...

TMC नेता पार्थ चटर्जी को ED का नोटिस, आई-कोर पोंजी घोटाला मामले में एक सप्ताह के अंदर पेश होने का दिया आदेश

Enforcement Directorate, serves notice to West Bengal Minister and senior TMC leader Partha Chatterjee, I core Ponzi chit fund Scam : टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं कयोंकि ईडी ने उन्हें नोटिस भेजा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के मंत्री और वरिष्ठ टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी को आई-कोर पोंजी घोटाले के सिलसिले में नोटिस भेजकर अगले सप्ताह या उससे पहले पेश होने के लिए कहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2021 12:37 PM
an image

टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी की मुश्किलें बढ़ गयी हैं कयोंकि ईडी ने उन्हें नोटिस भेजा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के मंत्री और वरिष्ठ टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी को आई-कोर पोंजी घोटाले के सिलसिले में नोटिस भेजकर अगले सप्ताह या उससे पहले पेश होने के लिए कहा है.

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक ईडी ने बुधवार को टीएमसी नेता को नोटिस भेजा है और पोंजी घोटाले के संबंध में पूछताछ के लिए अगले सप्ताह उपस्थित होने के लिए कहा है. बता दे कि यह मामला आई-कोर चिट फंड कंपनी की जांच से जुड़ा हुआ है.

बता दें की पार्थ चटर्जी ने दक्षिण-पश्चिम कोलकाता के बेहाला पश्चिम सीट से टीएमसी के उम्मीदवार हैं. बेहाला पश्चिम में चुनाव हो चुका है. इसके इलावा पार्थ चटर्जी टीएमसी के महासचिव और राज्य के संसदीय मामलों के मंत्री भी हैं. बेहाला पश्चिम सीट पर 10 अप्रैल को चौथे चरण के चुनाव में वोट डाले गये थे.

Also Read: PM Modi और अमित शाह झूठे, मैं स्ट्रीट फाइटर…बैन हटने के बाद बीजेपी पर गरजीं ममता बनर्जी

पार्थ चटर्जी पर आरोप यह है कि वह चिट फंड कंपनी आई-कोर चिट फंड के सार्वजनिक आयोजनों में शामिल होते थे. उन्हें कई बार इस कंपनी के कार्यक्रमों में देख गया था. राजनीति में आने से पहले पीएसयू एंड्रयू यूल में काम करते थे. वहीं आई-कोर कंपनी पर आरोप है कि उसने चिट फंड में निवेश करने के लिए लोगों को झूठा प्रलोभन दिया. कंपनी ने निवेशकों को उनके निवेश पर बहुत ज्यादा रिटर्न देने का वादा किया था, पर कंपनी बाद में वादे से मुकर गयी थी.

शारदा और रोज वैली चिट फंड कंपनियों की तरह ही आई कोर कंपनी ने जनता के साथ धोखाध़डी की थी और धन जुटाया था. इन सभी चिट फंड कंपनियों के घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है. इसके लिए सीबीआई को 9 मई 2014 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था. पार्थ चटर्जी को इससे पहले 15 मार्च को सीबीआई ने तलब किया था. साथ ही सीबीआई ने आई कोर समूह के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था. कंपनी पर आरोप था कि कंपनी ने 3000 करोड़ रुपये का घोटाला किया है.

Also Read: बैन समाप्त होने के बाद ममता का PM मोदी को चैलेंज- ‘मुझे गलत साबित करें या कान पकड़कर उठक-बैठक करें’

टीएमसी नेता को को इससे पहले 15 मार्च को सीबीआई ने तलब किया था. एजेंसी ने आई-कोर समूह के खिलाफ मामला दर्ज किया था. आई-कोर चिटफंड कंपनी पर 3,000 करोड़ से अधिक का घोटाला करने का आरोप था.

Posted By: Pawan Singh

Exit mobile version