इंजीनियर रामविनोद सिन्हा के पास से मिली थी आय से 679% अधिक संपत्ति, जानें क्या है पूरा मामला
आया से अधिक संपत्ति मामले की जांच में इंजीनियर रामविनोद प्रसाद सिन्हा के पास से एसीबी को 679 प्रतिशत अधिक संपत्ति मिली थी. ये मामला 2006 से 2010 के बीच का है. रामविनोद पर खूंटी जिला परिषद के मनरेगा योजना से जुड़े 18.16 करोड़ 144 रुपये का फर्जीवाड़ा का आरोप है.
Mgnrega Scam In Jharkhand रांची : आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच में कनीय अभियंता रामविनोद प्रसाद सिन्हा के पास आय से 679 प्रतिशत अधिक की संपत्ति एसीबी को मिली थी. भ्रष्टाचार का यह मामला वर्ष 2006 से 2010 के बीच का है. रामविनोद पर खूंटी जिला परिषद के मनरेगा योजना से जुड़े 18.16 करोड़ 144 रुपये का फर्जीवाड़ा का आरोप है. इनकी पत्नी शीला कुमारी, पुत्री पूजा सिन्हा व पुत्र राहुल कुमार के खिलाफ भी साक्ष्य मिले थे.
पत्नी को विभिन्न स्रोतों से आय चार लाख, 46 हजार 541 रुपये की आय हुई थी. इन्होंने 96.45 लाख 915 रुपये खर्च किये. यानी 91.99 लाख 374 रुपये का हिसाब नहीं मिला. पुत्री पूजा सिन्हा के खाते में रामविनोद प्रसाद सिन्हा ने सरकारी योजना मद के 35 लाख रुपये स्थानांतरित किये, फिर दूसरे कारोबार के लिए पैसे की निकासी की.
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इनका खुद का निजी आय का कोई स्रोत नहीं मिला था. पुत्र राहुल सिन्हा के नाम पर नोएडा में 60 लाख का फ्लैट खरीदा गया था. जांच में पाया गया कि रामविनोद सिन्हा के निलंबन अवधि में दूसरे मकान का पावर ऑफ अटर्नी लेकर बेटे ने उसकी बिक्री की. उसी रुपये से नोएडा में फ्लैट लिया था.
खूंटी में मनरेगा घोटाला में दर्ज हुए थे 16 केस :
केस संख्या 97/2010 : भादवि की धारा 161, 406, 409, 420, 467, 468, 471 व पीसी एक्ट के तहत प्राथमिकी की गयी थी. वर्ष 2009-10 में मनरेगा योजना से 10.05 करोड़ की राशि खूंटी जिला परिषद को दी गयी थी. इसमें से 3.11 करोड़ रुपये बीआरजीएफ के थे. कुछ फर्जी काम दिखा कर डेढ़ करोड़ वापस किये गये यह कहते हुए कि इतनी राशि का काम नहीं हुआ. इसके बाद फिर से 5.15 करोड़ रुपये आइओ के कार्य के लिए मिले, लेकिन राशि का काम नहीं कर पैसे का गबन कर लिया गया.
इडी कर चुकी है रामविनोद की 4.25 करोड़ की संपत्ति जब्त
प्रवर्तन निदेशालय (इडी) मनी लाउंड्रिंग एक्ट में रामविनोद की 4.25 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है. बर्खास्त इंजीनियर रामविनोद से जुड़े सभी 16 मामलों को निगरानी कोर्ट से इडी कोर्ट में अगस्त 2021 को ट्रांसफर किया गया था. केस को एसीबी से इडी ने टेकओवर किया था. वहीं प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मनी लाउंड्रिंग एक्ट में रामविनोद सिन्हा को कोलकाता स्थित उनके एक महिला मित्र के घर से गिरफ्तार किया था.
Posted BY: Sameer Oraon