West Bengal: बीरभूम में इंजीनियरिंग के छात्र का किया गया था अपहरण, फिरौती नहीं मिलने पर गला काट कर हत्या

पश्चिम बंगाल के राजधानी कोलकाता के सटे बागुईआटी में हुए दो छात्रों की हत्या के बाद बीरभूम जिले में इंजीनियरिंग के एक अन्य छात्र की अपहरण कर्ताओं द्वारा हत्या कर दी है. 30 लाख रुपये की फिरौती नहीं देने पर छात्र की हत्या कर दी गई है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2022 2:08 PM

West Bengal news: बागुईआटी में दो छात्रों की हत्या के बाद बीरभूम जिले में इंजीनियरिंग के एक अन्य छात्र की अपहरण कर्ताओं द्वारा हत्या कर दी गयी है. रविवार को बीरभूम जिले के इलमबाजार थाना के चौपहारी जंगल से गला कटा एक छात्र का शव मिला. जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई. सूचना के बाद पुलिस मौके वारदात पर पहुंच कर शव का मुआयना करने के बाद शव को बरामद कर पोस्टमार्डम के लिए बोलपुर महकमा अस्पताल भेज दिया है. पुलिस ने मृत छात्र का नाम सैयद सलाउद्दीन बताया है. कथित तौर पर छात्र का अपहरण कर हत्या करने का मामला बताया जा रहा है.

30 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी

मृतक छात्र के परिवार ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र के पिता से 30 लाख रुपये की फिरौती की मांग थी. इस मामले को लेकर मृतक के परिवार के लोगों द्वारा थाने में किए गए हत्या और अपहरण के मामले के बाद पुलिस ने संदेह के तौर पर मृतक सलाउद्दीन के मित्र शेख सलमान को हिरासत में लिया है. बताया जाता है कि इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र का अपहरण कर उसके पिता से करीब तीस लाख रुपयो फिरौती मांगी गई थी. पिता ने इतने रकम फिरौती की नहीं चुका पाने को लेकर अपहरणकर्ताओं ने इंजीनियरिंग के छात्र की गला रेत कर हत्या करने के बाद शव को जंगल में फेंक दिया था. रविवार सुबह छात्र का शव जंगल से पुलिस ने बरामद किया है. उसकी गला रेत कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले के बाद से जिला पुलिस हरकत में आ गई है. घटना को लेकर जांच पड़ताल शुरू हो गया है.

पुलिस कर रही जांच-पड़ताल

हालांकि पुलिस ने सलाउद्दीन के एक साथी को हिरासत में लेकर पूछताछ चला रही है. अभी तक पूरी तरह से यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अपहरणकर्ता कौन थे ? और इसके पीछे क्या राज था ? इन सब मामलों को लेकर पुलिस का कहना है कि अभी फिलहाल तफ्तीश चल रही है. जब तक कि पूरा मामला क्लियर नहीं हो जाता तब तक कुछ भी बता पाना नामुमकिन है.

रिपोर्ट : मुकेश तिवारी

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