आयुष्मान खुराना से लेकर मनोज बाजपेयी तक, बॉलीवुड सेलेब्स… जिन्होंने LGBTQ अधिकारों को किया सपोर्ट
बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई ऐसे सेलेब्स हैं, जो खुले तौर पर LGBTQ अधिकारों और समलैंगिक विवाह को सपोर्ट करते हैं. सोनम कपूर, आयुष्मान खुराना और कई अन्य जैसे प्रमुख अभिनेता न केवल अपनी राय के बारे में मुखर रहे हैं, बल्कि एलजीबीटीक्यू पात्रों के महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व वाली फिल्मों का हिस्सा भी रहे हैं.
आयुष्मान खुराना
आयुष्मान खुराना कई स्पेशल फिल्मों से देश के हर घर में अपनी अलग जगह बनाई है. उन्होंने ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ में गर्व से एक समलैंगिक व्यक्ति का किरदार निभाया. उनका माननाहै कि अगर फिल्में बड़े पर्दे पर समान-लिंग संबंधों को सामान्य करती हैं, तो इससे लोगों को समलैंगिक अधिकारों के महत्व को समझने में मदद मिलेगी.
निताशा बिस्वास ने 2017 में भारत की पहली ट्रांसजेंडर ब्यूटी क्वीन प्रतियोगिता जीती थी, कार्यक्रम के आयोजकों के साथ मनमुटाव होने के बाद, उन्होंने 2022 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया. नताशा कोलकाता की रहने वाली हैं और उनका जन्म सुबांको में हुआ था. उनका माननाहै कि उचित स्कूली शिक्षा के माध्यम से ही LGBTQ समुदाय से संबंधित भेदभाव समाप्त हो सकता है.
सोनम कपूर
वह उन लोगों में से थीं, जो न्यूयॉर्क में समलैंगिक विवाहों को वैध बनाने पर बहुत खुश थी. साल 2013 में अभिनेत्री ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समलैंगिकता को अपराध बनाए जाने पर अपना गुस्सा और निराशा व्यक्त की थी. आज तक, अभिनेत्री एलजीबीटीक्यू अधिकारों की बहुत बड़ी पैरोकार बनी हुई है.
मनोज बाजपेयी
मनोज बाजपेयी ने ‘अलीगढ़’ में अपने प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया. एक्टर ने फिल्म में समलैंगिक प्रोफेसर की भूमिका निभाई थी. अभिनेता ने कथित तौर पर कहा था कि इस कैरेक्टर को निभाने में उन्हें इसलिए दिक्कत नहीं थी, क्योंकि बॉलीवुड में LGBTQ+ मुद्दों के प्रतिनिधित्व की कमी थी.
सेलिना जेटली
सेलिना जेटली LGBTQ समुदाय को बहुत पहले से सपोर्ट करती आ रही हैं. अभिनेत्री ने भारतीय ट्रांस समुदाय के साथ दो दशकों से भी अधिक समय तक काम किया है, पिछले साल टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक साक्षात्कार में, उन्होंने कहा था, यह कुछ ऐसा है जिसे स्वीकार करना और ठोस तरीके से संबोधित करना हमारा कर्तव्य है.
नंदिता दास
नंदिता दास हमारे इंडस्ट्री में बेहतरीन निर्देशकों में से एक हैं. अभिनेत्री ने 1998 की फिल्म ‘फायर’ में पहली बार एक समलैंगिक की भूमिका निभाई. वह तभी से LGBTQ समुदाय के अधिकारों की सक्रिय रूप से वकालत कर रही हैं. नंदिता कई पैनल चर्चाओं और कार्यक्रमों का भी हिस्सा रही हैं, जहां उन्होंने समुदाय और उनके अधिकारों के बारे में जागरूकता पैदा करने की कोशिश की है.