नंदीग्राम (रंजन माइती) : बंगाल चुनाव से पहले नंदीग्राम में किसान आंदोलन के शहीदों पर राजनीति गरम है. ममता बनर्जी बार-बार कह रही हैं कि सिर्फ वही थीं, जिन्होंने नंदीग्राम के किसानों के लिए माकपा सरकार के खिलाफ संघर्ष किया. अब शुभेंदु अधिकारी ने एक बड़ा खुलासा कर दिया है.
रविवार (14 मार्च, 2021) को नंदीग्राम के शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देने के बाद शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि वो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) थी, जिसने नंदीग्राम आने का रास्ता खोला था. लोकसभा में तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल नंदीग्राम आया था.
उस वक्त की वाम मोर्चा सरकार की किसानों के खिलाफ हुई बर्बर कार्रवाई के बाद लेफ्ट के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह रोड जाम कर दी थी. आडवाणी जी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल आया था, जिसमें राजनाथ सिंह, धर्मेंद्र प्रधान, सुरेंद्र सिंह अहलूवालिया और दिवंगत सुषमा स्वराज शामिल थीं.
Also Read: नंदीग्राम में शुभेंदु अधिकारी का विरोध, बोले भाजपा नेता- TMC को नंदीग्राम में शहीद दिवस मनाने का अधिकार नहीं
उन्होंने कहा कि आडवाणी जी की सुरक्षा में चल रहे नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड (एनएसजी) के जवानों ने उस वक्त जाम हटाया था. 14 मार्च को किसानों पर बर्बर कार्रवाई हुई थी. उस दिन मैं यहां नहीं आ पाया था. 15 मार्च को किसी तरह पहुंच पाया. ममता बनर्जी अस्पताल से पीछे के रास्ते से यहां आयीं थीं.
हमने नंदीग्राम आने की कोशिश की, तो रोक दिया गया. हेड़िया समेत कई जगहों पर लेफ्ट के कार्यकर्ताओं ने सड़क को ब्लॉक कर रखा था. किसी को आगे नहीं बढ़ने दे रहे थे. बड़ी मुश्किल से हमलोग यहां तक पहुंचे थे. शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि किसी किसान की शहादत व्यर्थ नहीं जायेगी. शहीद किसानों के नाम लेकर उन्होंने नारेबाजी भी की.
Also Read: चुनावी मुद्दों पर मुखर हुए व्यवसायी, कहा- आनेवाली पीढ़ी के लिए तेज हो विकास कार्य
उधर, शुभेंदु के नंदीग्राम पहुंचने के बाद उनके समर्थकों ने जय श्री राम के नारे लगाये. वहीं, कुछ लोगों ने शुभेंदु के नंदीग्राम पहुंचने से पहले उनके विरोध में नारेबाजी की. कहा कि शुभेंदु आज नंदीग्राम की जनता पर अत्याचार करने वाले लक्ष्मण सेठ के करीबी लोगों के साथ घूम रहे हैं. हम उनका विरोध करते हैं.
Posted By : Mithilesh Jha