साहिबगंज : उधवा में कटाव का कहर, सात घर गंगा में समाये, लोगों ने लगाई मदद की गुहार
हिमाचल प्रदेश में इन दिनों कुदरत की तबाही देखने को मिल रही है तो वहीं, झारखंड के साहिबगंज जिले के उधवा में भी सात घर गंगा में समा गए हैं. दरअसल, गंगा कटाव का खतरा इतना बढ़ गया है कि लोग अपने घर को तोड़ कर सुरक्षित स्थान की ओर जा रहे हैं.
उधवा प्रखंड की पूर्वी प्राणपुर पंचायत में गंगा कटाव का खतरा मंडराने लगा है. एक सप्ताह में सात घर व धार्मिक स्थल गंगा में विलीन हो गया है. कटाव का खतरा देकर कर लोग अपने घर को तोड़ कर सुरक्षित स्थान की ओर ले जा रहे हैं. रतजगा करने को विवश हैं. अगर यही स्थिति रही तो दर्जनों घर कटाव की जद में आ सकते हैं. गंगा किनारे बसे लोगों में भय का माहौल है. लोग आशियाने को अपने ही हाथों से उजाड़ कर लायन करने को मजबूर हैं. वहीं श्रीधर पंचायत के साहेब टोला में भी कटाव का खतरा मंडरा गया है. कई एकड़ उपजाऊ जमीन गंगा में समा चुकी है.
क्या कहते हैं अंचलाधिकारी
अंचल प्रशासन की ओर से गंगा कटाव तथा बाढ़ की समस्या को देखते हुए प्रखंड सह अंचल प्रशासन अलर्ट मोड पर है. लोगों को तत्काल सुविधा के लिए विद्यालय व पंचायत भवन में आवासित किया गया है. नाव व चारे के भी इंतजाम करने की तैयारी की जा रही है. पीड़ित परिवार को अंचल प्रशासन को लिखित आवेदन देनी की बात कही है. कर्मचारी को स्थल जांच के लिए भेजा जायेगा.
-विशाल पांडे, सीओ, साहिबगंज
गंगा कटाव की वजह से अब तक कई लोग हो चुके हैं बेघर
ग्रामीणों ने बताया कि गंगा कटाव होने के कारण प्रखंड क्षेत्र की पूर्वी पंचायत के जीतनगर गांव, होरेन मंडल टोला, नीतनंदपुर गांव, गणेश मंडल टोला, शेख मो टोला, रज्जाक टोला, जलबालू, पलकु साधु टोला, फरजुल टोला. वहीं उत्तर पलाशगाछी पंचायत के खटियाकना, कोबाद टोला, ऐजुल टोला के साथ खट्टीटोला में दो घर गंगा में समा चुके हैं. पांच सौ अधिक परिवार गंगा कटाव से बेघर हो चुके हैं. गंगा कटाव की जद में आने से अब तक 10 सरकारी विद्यालय गंगा में समाहित हो चुका है.
फूस के घर बना कर रहने को विवश हैं पीड़ित परिवार
हब्बी टोला निवासी गंगा कटाव पीड़ित परिवार रोबू शेख, पिंटू शेख, दालिम शेख, मजहर शेख, रिजाउल शेख, हाकिम शेख, सिकिम शेख व मालेका बीबी ने बताया कि उन लोगों का घर गंगा कटाव की जद में चला गया. समय रहते हम सभी लोग घर को खाली कर बाहर निकल गये थे. घरों के कई सामान गंगा में सका चुका है. घर से कुछ दूरी पर कुटिया बना कर रहने को गुजारने को मजबूर हैं.
गंगा के जलस्तर में गिरावट से लोगों को राहत
राजमहल. लगातार तीन दिनों से गंगा के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गयी है. शनिवार को 25.47 मीटर गंगा का जलस्तर केंद्रीय जल बोर्ड के कर्मी के माध्यम से दर्ज किया गया है, जबकि बीते 18 अगस्त को 25.53 मीटर एवं 17 अगस्त को 25.57 मीटर दर्ज किया गया था. शहर की गंगा भवन में अनुमंडलस्तरीय आपदा मित्रों को विभिन्न प्रकार के आपदा से जुड़ी प्रशिक्षण दी जा रही है, जिसमें एसडीआरएफ रांची के माध्यम से आपदा मित्रों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. एसडीओ रौशन कुमार साह ने कहा कि आपदा मित्रों को किट दिया जायेगा.
कहते हैं मुखिया
सात दिनों में पूर्वी प्राणपुर में कटाव से आधा दर्जन से अधिक घर गंगा में समा गये हैं. जिला प्रशासन से सुरक्षित स्थान चिह्नित कर अस्थाई कैंप के माध्यम से लोगों को सुविधा देने की मां की गयी है.
-आताउर शेख, मुखिया
गंगा तट स्थित गांवों का बीडीओ ने लिया जायजा
तालझारी. गंगा नदी के जलस्तर को देखते हुए शनिवार को बीडीओ साइमन मरांडी ने महाराजपुर, कल्याणी, मोतीझरना आदि गंगा से सटे गांवों का निरीक्षण किया. साथ ही गंगा नदी के जलस्तर की स्थिति से अवगत हुए. बीडीओ साइमन मरांडी ने बताया कि गंगा नदी का जलस्तर नदी तट से सटे गांवों से काफी दूर है. फिलहाल बाढ़ आदि का खतरा देखने से प्रतीत नहीं हो रहा है.