Exclusive: जहां एक ओर अलीगढ़ की जनता ट्रैफिक सिग्नल पर ग्रीन सिग्नल होने का इंतजार करती है, वहीं दूसरी ओर नगर निगम के कूड़ा ढोने वाले वाहन ट्रैफिक सिग्नल को ठेंगा दिखाते हुए यातायात नियमों का जमकर उल्लंघन कर फर्राटे से आगे बढ़ जाते हैं. इन वाहनों के चालकों को डर नहीं लगता क्योंकि एक तो नगर निगम का ठप्पा और दूसरा वाहन पर नंबर प्लेट ही नहीं, तो कानूनी कार्रवाई किस पर होगी और करेगा कौन ?
शहर की किसी भी सड़क पर आप कभी भी देख सकते हैं कि अगर नगर निगम में 110 वाहन हैं जिसमें कूड़ा ढोने वाला वाहन ट्रैक्टर, ट्राॅली, छोटा हाथी, मेटाडोर आदि वाहनों पर किसी के आगे नंबर प्लेट नहीं है, किसी के पीछे नंबर प्लेट नहीं है, तो किसी के आगे-पीछे दोनों तरफ नंबर प्लेट ही नहीं है. नगर निगम के ऐसे वाहन सड़कों पर फर्राटे भरते नजर आ जाएंगे. जब इस बारे में नगर आयुक्त गौरांग राठी की प्रभात खबर से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि जिन वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं है, उनका रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है. जब नगर आयुक्त से पूछा गया कि पुराने और बाकी के वाहनों पर भी नंबर प्लेट नहीं है, तो वह चुप्पी साध गए.
Also Read: EXCLUSIVE: यूनिफॉर्म-स्वेटर, जूता-मौजा, बैग के लिए 1100 नाकाफी, बाजार में न्यूनतम दाम 1600 रुपएबिना नंबर प्लेट के नगर निगम के ऐसे वाहनों के चालक ट्रैफिक सिग्नल की परवाह किए बगैर ही रेड सिग्नल पर भी आगे बढ़ जाते हैं, क्योंकि जब आगे पीछे प्रोपर नंबर प्लेट ही नहीं है तो कैमरा भी कहां से चालान करेगा. नगर निगम का सरकारी वाहन होने के कारण कोई भी पुलिस या यातायात कर्मी वाहनों को नहीं रोकता. ट्रैफिक सिग्नल का पालन न करने पर जब नगर आयुक्त गौरांग राठी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो ऐसे वाहन चालकों को यातायात का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, ताकि वह यातायात नियमों का पालन करें.
Also Read: EXCLUSIVE: हादसे में घायलों की मदद करके बनें ‘नेक आदमी’, मिलेगा 5,000 का इनाम और खास सर्टिफिकेटअलीगढ़ के संभागीय परिवहन अधिकारी के डी गौड़ ने प्रभात खबर से हुई बातचीत में कहा कि सरकारी हो या निजी सभी वाहनों पर नंबर प्लेट होनी चाहिए. अगर नंबर प्लेट नहीं है तो ग़लत हो रहा है. एआरटीओ रंजीत सिंह ने कहा कि अगर नगर निगम के वाहनों पर नंबर प्लेट नहीं है, तो परिवहन विभाग की ओर से मामले पर नगर निगम को पत्र भेजा जाएगा.
रिपोर्ट- चमन शर्मा