#80saalbemisaalbachchan सदी के महानायक अमिताभ बच्चन आज अपना 80 वां जन्मदिन मना रहे हैं. मेकअप मैन दीपक सावंत लगभग पांच दशक से अमिताभ बच्चन का मेकअप कर रहे हैं. वे बताते हैं कि अमित जी की उम्र 80 साल है,लेकिन पर्दे पर हमें 60 की उम्र लानी पड़ती है.60 की उम्र लाने के लिए जो मेहनत करते हैं. वो ऊपर वाले की देन है. हमारे हाथ में वो कला दी है.जो हर दिन 80 की उम्र को 60 कर दे. अमिताभ बच्चन के जन्मदिन पर उनके मेकअप से लेकर उनकी ज़िंदगी से जुड़े दूसरे पहलुओं पर उर्मिला कोरी की हुई बातचीत…
मैंने कभी मेकअप नहीं सीखा है, लेकिन मैं अपने आप पर सीखता रहता हूं.जो भी नया मटेरियल मेकअप का आता है.वो मैं सबसे पहले अपने आप पर लगाता हूं.खुद पर लगाकर देखता हूं ,कैसा लग रहा है.अच्छा लग रहा है. हैवी लग रहा है, तो समझ में आता है कि उनको भी उतना अच्छा और खूबसूरत लगेगा.उसके बाद ही मैं उन मेकअप प्रोडक्ट से अमित जी का मेकअप करता हूं. अमित जी के मेकअप में इस्तेमाल होने वाले ज़्यादातर प्रोडक्ट विदेश के ही रहते हैं.अक्सर मेकअप मैन जो मेकअप का प्रोडक्ट होता है.उसी को डायरेक्ट कलाकार पर लगाते हैं,मैं वैसा नहीं करता हूं.मैं तीन चार मेकअप प्रोडक्ट्स को मिक्स करके खुद अपना कुछ बनाता हूँ. जिससे एक अलग ही कलर निकलता है. वो मेरा होता है.किसी कम्पनी का नहीं होता है. कितना लाइट करना है. कितना डार्क करना है.कितना शेडिंग करना है.ये सब मेरी सोच पर रहता है
48 सालों का हमारा साथ है. बिन कहे हम एक- दूसरे की बात को समझ जाते हैं. दर्शक जिस तरह से उनके काम की तारीफ कर उनको मोटिवेट करते हैं.अमित जी मेरी तरफ कर मुझे भी मोटिवेट करते रहते हैं. केबीसी के लगभग हर सीजन में वो मेरा नाम लेते हैं.वो बताते हैं कि ये दीपक सावंत है.ये मुझे खूबसूरत बनाते हैं. एड फ़िल्म की शूटिंग के वक़्त भी अगर किसी ने तारीफ कर दी और उस वक़्त मैं वहां नहीं होता हूं,तो मुझे आकर बताते हैं कि दीपक जी सब बोल रहे थे कि अच्छा मेकअप हुआ है. उनका एक मैंगो ड्रिंक वाला एड था.जिसमें उनका लुक पूरी तरह से एक आम आदमी वाला ही था. वो देखकर एड की टीम बहुत खुश हुई थी. मेकअप के वक़्त अमित जी भी अपने इनपुट देते हैं. वह सीन और सिचुएशन बता देते हैं तो दोनों के इनपुट से मेकअप होता है.
मैं 48 साल से अमित जी के साथ काम कर रहा हूं.मुझे ऐसा लगता है कि प्रोस्थेटिक मेकअप अमित जी चेहरे पर आम आदमी पसंद नहीं करते हैं क्योंकि अमित जी की आंखें बोलती हैं.अमित जी का चेहरा भी उनके साथ एक्टिंग करता है.उनके चेहरे के हाव-भाव से अदाकारी बोलने लगती है. उनको एक्टिंग को निखारने के लिए किसी प्रोस्थेटिक मेकअप की ज़रूरत नहीं है. मैं आम लोगों से इस बारे में अक्सर बात करता रहता हूं.एक तरह से वो मेरा सर्वे होता है. जिसमें अधिकतर लोगों ने ये कहा है कि हमें ओरिजिनल अमित जी चाहिए.उनके हाव-भाव चाहिए. शायद यही वजह है कि गुलाबो सिताबो और ठग्स ऑफ हिंदुस्तान जैसी फिल्में नहीं चली.
फ़िल्म रास्ते का पत्थर फ़िल्म की शूटिंग में पहली बार अमित जी से मुलाकात हुई थी.उस वक़्त मेकअप मैन एक एक्टर का नहीं, पूरी फिल्म का होता था.हेड मेकअप मैन के साथ एक दो असिस्टेंट.मैं असिस्टेंट ही था.एक दिन हेड मेकअप दादा हीरोइन के मेकअप में बिजी थे.अमित जी ने मुझे बुलाया और कहा कि तुम ही मेरा मेकअप कर दो.मैंने किया और उन्हें वह पसंद आया.उन्होंने बोला अच्छा काम करते हो .किसी के पीछे मत रहो. अगले दिन से मैं अमित जी का मेकअप करने लगा.उसके बाद हमारा एसोसिएशन शुरू हो गया.जो 48 साल बाद भी अब तक चल रहा है.मुझे पहली ही मुलाकात में ये एहसास हो गया था कि ये इंसान बहुत ऊंचाइयों पर जाएंगा.अगर इनके साथ काम करने का मौका मिला तो हम भी बहुत खुशनसीब होंगे और ऊपरवाले ने ये मौका दे दिया और मैंने इस मौके को शिद्दत से निभाया है. यही वजह है कि मैंने 48 सालों में कभी अपने से छुट्टी नहीं ली है.अगर अमित जी पांच बजे सेट पर पहुंचते हैं,तो मैं साढ़े चार बजे वहां पहले से मौजूद रहता हूं. अपनी मां की मौत के बाद भी मैं उनके शूटिंग सेट पर गया था.वहां से आकर फिर अंतिम संस्कार किया था.जिस पर अमित जी बहुत नाराज हुए थे.मैंने उनको बोला मां भी यही चाहती थी कि मैं काम को सबसे ज़्यादा महत्व दूँ क्योंकि बहुत मुश्किल से हम यहां तक पहुंचे हैं .मेरी बात सुन अमित जी चुप हो गए.
अमित जी के लिए हम एक परिवार की तरह हैं.वे हमेशा सपोर्ट करते रहते हैं. मेरे परिवार का एक ब्यूटी पार्लर है.जब उसके 40 साल हुए थे तो अमित जी अपने जुहू से दहिसर स्थित हमारे उस पार्लर में आ गए थे. वे अचानक से आ गए थे.एक घंटे आने एक घंटे जाने में उनको लगे थे. उनके समय की कीमत को मुझसे बेहतर कौन जानेगा, लेकिन वे मेरे परिवार की खुशी में शामिल होते रहते हैं.ऐसे ढेरों किस्से हैं.कभी उन्होंने अपनी महंगी कार हमें गिफ्ट कर दी तो कभी कुछ लेकिन मैं उन सबके बारे में ज़्यादा नहीं बोल पाऊंगा क्योंकि अमित जी वो सब बातें कहने से मना करते हैं.
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अमित जी काम करेंगे ,तो मेरा भी काम चलेगा इसलिए मैं ये नहीं बोल रहा हूं, बल्कि मैं चाहता हूं कि वो हमेशा काम करे.अपने निजी अनुभवों से बोल रहा हूं मेरी उम्र 74 साल की है.कई बार शूटिंग पर पहुँचते हैं ,तो हम दोनों की तबीयत ठीक नहीं लग रही होती है.कभी अमित जी के हाथ में दर्द रहता है.कभी मेरी पीठ में लेकिन जैसे ही हम काम करना शुरू करते हैं.सब दर्द खत्म हो जाता है.वही दर्द अगर घर पर रहते हैं,तो हमारा चार गुना बढ़ जाता है.अमित जी सेट पर हैप्पी के साथ-साथ हेल्थी भी दिखते हैं तो मैं चाहूंगा कि वह हमेशा काम करें.
अमित जी घर में ही जन्मदिन मनाते हैं. परिवार के साथ लंच या डिनर करके.सिंपल तरीके से ही सेलिब्रेशन उनको पसंद है. बाहर के लोग कोई नहीं होते हैं,सिर्फ बाहर के लोगों के फूल आते हैं. जिससे पूरा घर और आफिस बगीचे जैसा लगने लगता है. मैं भी फूल भेजता हूं.मेरा छह फीट का गुलाबों का हार होता है.जो मैं पिछले 48 सालों से उनको भेज रहा हूं.